Chirata ka Pani: गर्मी का मौसम हो या फिर सर्दी का, ज्यादातर लोगों को दाने और फुंसी निकल आते हैं। इसके इलाज के लिए हम अलग-अलग प्रकार की दवाइयों का प्रयोग करते हैं। कई बार इसके लिए घरेलू नुस्खे का भी उपयोग करते हैं। दाने और फुंसी को ठीक करने के लिए चिरायता का पानी पिलाते हैं, क्योंकि चिरायता का पानी असल में तो कड़वा होता है, लेकिन इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण होते हैं। इसकी वजह से त्वचा अंदर से डिटॉक्स होती है और एक्ने पैदा करने वाले बैक्टीरिया में कमी लाती है। इसी कारण चिरायता का पानी दाने और फुंसी को कम करता है। आइए, सबसे पहले जानते हैं त्वचा के लिए सुबह खाली पेट चिरायता का पानी कैसे बनाएं…
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ऐसे बनाएं चिरायता का पानी
चिरायता का पानी बनाने के लिए सबसे पहले एक छोटा चम्मच चिरायता लें और उसे 2 कप पानी में उबाल लें। इसके बाद इस पानी को छान लें और इसमें थोड़ा सा नींबू का रस और फिर शहद मिलाकर पी लें। आपको ये काम लगातार कुछ दिनों तक सुबह खाली पेट करना है।
चिरायता का पानी पीने के फायदे
कफ-पित्त दोष वाली त्वचा पर मुंहासे और फुंसियां होने का खतरा ज्यादा होता है। कफ के बढ़ने से सीबम का उत्पादन बढ़ जाता है। इससे व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड्स दोनों का निर्माण होता है। ऐसे में जब आप चिरायता का पानी पीते हैं तो ये इस संतुलन को सही करता है।
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एक्ने और दाने करता है कम
चिरायता का पानी पीने से एक्ने और दाने में कमी आती है। पित्त के बढ़ने से लाल पपल्स यानी एक्ने और मवाद के साथ चेहरे पर सूजन भी हो जाती है। चिरायता कफ और पित्त को संतुलित करने में मदद करता है, जो रुकावट और सूजन को भी दूर करने में मदद करता है। इन तमाम फायदे के लिए सुबह चिरायता का पानी जरूर पिएं।