देश की राजधानी दिल्ली में अभी शराब कांड के कारण मनीष सिसोदिया पर गाज गिरी थी, जिससे दिल्ली की राजनीति में बड़ा भूचाल सा आ गया था, लेकिन शराब केवल नेता, मंत्रियों पर ही भारी नहीं है बल्कि इसकी मार तो आम आदमी पर भी पड़ रही है.
एक आंकड़ा आया है जिसमें ये बताया गया है कि पिछले तीन सालों में जनवरी 2020 से लेकर दिसंबर 2022 तक दिल्ली पुलिस ने सार्वजनिक जगहों पर खुलेआम शराब पीने के आरोप में करीब 82 हजार से ज्यादा लोगों का चालान किया, वहीं करीब 75 हजार से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया ये आंकड़े चौकाते भी है और बड़े खतरे से बचने की एक चेतावनी भी देते है.इन आंकड़ों का खुलासा एक आरटीआई के जवाब में हुआ है. इन आंकड़ों से इतना तो साफ है कि दिल्ली शराब पीने की शौकीन तो है लेकिन अनुशासित बिल्कुल भी नहीं है.
हाल की दिल्ली की सरकारों ने भी शराब प्रेमियों के हित के कदम उठाए है, दिल्ली में ठेकों की संख्या भी लगातार बढ़ी है, वहीं कुछ दिन पहले तक दिल्ली में एक के साथ एक शराब की बोतल फ्री वाली स्कीम भी जोरो पर थी, वैसे भी दिल्ली में शराब के रेट दिल्ली से सटे हुए राज्य उत्तर प्रदेश से बहुत ही कम है और इसलिए दिल्ली से उत्तर प्रदेश में शराब की तस्करी भी होती है. अब तो ऐसा लग रहा है कि दिल्ली का ज़िक्र जब भी होगा तब शराब का जिक्र भी जरूर होगा.