Bangladesh: बांग्लादेश की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। शनिवार को एक बार फिर से बांग्लादेश में प्रदर्शन शुरू हो गए। इसी बीच बांग्लादेश के चीफ जस्टिस उबैदुल हसन (Bangladesh Chief Justice Obaidul Hassan) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
उबैदुल हसन ने यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के सामने हुए विरोध प्रदर्शन के बाद लिया है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद छात्र संगठन और प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट में सामने इकट्ठा होकर मुख्य न्यायाधीश उबैदुल हसन के इस्तीफे की मांग की थी।
प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को चीफ जस्टिस को दोपहर 1 बजे तक इस्तीफा देने का अल्टीमेटम दिया था और ऐसा ना करने पर जजों के आवास का घेराव करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद हसन ने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
बता दें कि बांग्लादेश (Bangladesh) में शुक्रवार और शनिवार को अचानक से मुख्य न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए। बताया जा रहा है कि इन प्रदर्शन को नई बनी अंतरिम सरकार के कई नेताओं का समर्थन प्राप्त है।
भीड़ का फायदा उठाकर भारत में घुसने के फिराक में बांग्लादेशी आतंकी, हाई अलर्ट पर BSF
सुप्रीम कोर्ट परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए जस्टिस हसन ने कहा, ‘मैंने वकीलों की सुरक्षा को देखते हुए इस्तीफा देने का फैसला किया है। इस्तीफे के लिए कुछ औपचारिकताएं होती हैं। उन्हें पूरा करके मैं आज शाम तक अपना इस्तीफा राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को भेज दूंगा।’
शेख हसीना के करीबी माने जाते थे चीफ जस्टिस उबैदुल हसन
उबैदुल हसन पिछले साल सितंबर में ही सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। बांग्लादेश के 24वें मुख्य न्यायाधीश बनने वाले हसन को शेख हसीना के करीबियों में से एक माना जाता था।
उबैदुल हसन के पिता डॉक्टर अखलाकुल हुसैन अहमद बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम में शामिल थे और संविधान सभा के सदस्य के रूप में बांग्लादेश के संविधान के निर्माण में भी उनका योगदान था।
Brazil Plane Crash: ब्राजील में बड़ा विमान हादसा, विमान में सवार सभी 62 लोगों की मौत
सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर उबैदुल हसन हांगकांग, सिंगापुर, नीदरलैंड और अर्जेंटीना सहित विभिन्न देशों में कई अंतरराष्ट्रीय कानूनी सम्मेलनों में शामिल हुए हैं।