Shani Sade Sati Effect: शनि की साढ़े साती से आप सभी भलीभांति परिचित हैं। शनि की साढ़े साती जिस राशि के जातक पर पड़ती है, उसकी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। आने वाले कुछ सालों में कई राशियों पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव देखने को मिलेगा। यह प्रभाव कब तक रहेगा, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं…
ज्योतिष के मुताबिक, शनि 29 मार्च 2025 को कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे, जिसकी वजह से मेष राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण आरंभ हो जाएगा। इसके साथ ही मीन और कुंभ राशि पर भी शनि की साढ़े साती का दूसरा और अंतिम चरण शुरू होगा। इसी प्रकार, 3 जून 2027 तक कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती रहेगी। वहीं, शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही मेष राशि के जातकों पर 2032 तक साढ़े साती प्रारंभ हो जाएगी।
इन राशियों पर होगी शनि की साढ़े साती
ज्योतिष के अनुसार, 2027 में वृषभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण प्रारंभ होगा। वहीं, 8 अगस्त 2029 को मिथुन राशि वाले जातकों के लिए साढ़े साती शुरू हो जाएगी, जो अगस्त 2036 तक उन पर बनी रहेगी। वहीं, मई 2032 में कर्क राशि वालों पर साढ़ेसाती का प्रभाव होना शुरू हो जाएगा, जोकि 22 अक्टूबर 2038 तक बनी रहेगी। बता दें, शनि की कृपा कुम्भ, मीन, मिथुन, मेष और कर्क राशियों पर भी बनी रहेगी। मार्च 2025 में शनि के मीन राशि में गोचर से मकर राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिल जाएगी।
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साढ़े साती का पहला चरण
साढ़े साती के पहले चरण के दौरान, शनि चंद्र राशि के 12वें घर में गोचर करता है। इस अवधि में आर्थिक हानि, शत्रुओं से परेशानी, फिजूल या अनावश्यक यात्राएं, धन की कमी और परिवार में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह चरण व्यक्ति के लिए बहुत अधिक दबाव और चिंता लेकर आता है।
साढ़े साती का दूसरा चरण
शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण कठिन माना जाता है। इस अवधि के दौरान जातकों को अपने जीवन में स्वास्थ्य समस्याओं, रिश्तों में दरार, मानसिक तनाव, दर्द और दुख से गुजरना पड़ता है। उन्हें अपनी मेहनत का फल नहीं मिल पाता है।
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साढ़े साती का तीसरा चरण
शनि की साढ़े साती के इस चरण में व्यक्ति को आर्थिक और पारिवारिक जीवन में परेशानियों से गुजरना पड़ता है। अन्य चरणों की तुलना में इस चरण में अधिक राहत है, लेकिन पैसों का दबाव इस चरण में भी बना रहता है। खर्चों में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिलती है। उनके यहां चोरी होने की भी आशंका होती है और विचार नेगेटिव हो जाते हैं।