नवी मुंबई पुलिस (Navi Mumbai Police) ने शनिवार को लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया, जो पनवेल में एक्टर सलमान खान (Salman Khan) की कार पर हमला करने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक, इसके लिए पाकिस्तानी हथियार सप्लायर से हथियार मंगवाने की योजना थी। इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई, संपत नेहरा और गोल्डी बरार समेत 17 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पुलिस का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने कनाडा में रह रहे अपने भाई अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) और साथी गोल्डी बरार (Goldie Brar) के साथ मिलकर पाकिस्तानी हथियार डीलर से एके-47, एम-16 और एके-92 और अत्याधुनिक हथियार खरीदकर सलमान खान की हत्या की साजिश रची थी।
जानकारी के मुताबिक, इस योजना में लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गेंग का मकसद सलमान खान की कार को रोकना या फार्महाउस पर छापा मारना था। पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दो शूटरों की गिरफ्तारी से एक महीने पहले ही यह योजना बना ली थी।
नवी मुंबई पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धनंजय उर्फ अजय कश्यप, गौरव भाटिया उर्फ नाहवी, वासपी खान उर्फ वसीम चिकना और रिजवान खान उर्फ जावेद खान के रूप में हुई है। आरोपियों ने सलमान खान के घर और फार्महाउस की रेकी की थी। आरोपी अजय कश्यप ने वीडियो कॉल के जरिए पाकिस्तान में डोगर नाम के शख्स से संपर्क किया और सलमान खान पर हमला करने के लिए पाकिस्तान से AK-47 जैसे हथियार मंगवाए।
पुलिस का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई और संपत नेहरा के गिरोह के करीब 60 से 70 सदस्य मुंबई, रायगढ़, नवी मुंबई, ठाणे, पुणे और गुजरात से आए हैं और सलमान खान पर नज़र रख रहे हैं। सलमान खान पर हमला करने के लिए नाबालिगों का इस्तेमाल करने की योजना थी। नवी मुंबई पुलिस के मुताबिक, हमले के बाद आरोपियों ने कन्याकुमारी से नाव के ज़रिए श्रीलंका भागने की योजना बनाई थी।