Trinamool Congress Manifesto: ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बुधवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। 6 भाषाओं में जारी किए इस घोषणा पत्र में टीएमसी ने वादा किया है कि वह सीएए और एनआरसी को खत्म करेगी। सीएए नागरिकता संशोधन एक्ट है तो एनआरसी नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन है। तृणमूल कांग्रेस इन दोनों के खिलाफ बहुत मुखर रही है।
इतना ही नहीं, ये घोषणापत्र यह भी कहता है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड भी भारत में लागू नहीं होगा। ये तीनों कानून भाजपा की राजनीति का अहम हिस्सा रहे है। इस साल सीएए का नोटिफिकेशन पूरे देश में लागू हो चुका है। यूसीसी उत्तराखंड में लागू किया गया है।
इस घोषणापत्र में 10 प्वाइंट हैं जिनको ‘दीदी का वादा’ कहा गया है। इसमें 100 दिनों के काम की गारंटी के साथ न्यूनतम भत्ते को बढ़ाने की बात हुई है। घोषणा पत्र में गरीबी के लिए घर, बीपीएल परिवार के लिए 10 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर, घर पर मुफ्त राशन, बूढ़ों की पेंशन में इजाफा, ईंधन की कीमतों पर लगाम लगाना, उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और लड़कियों, महिलाओं के लिए आर्थिक सहयोग का वादा किया है।
टीएमसी भाजपा के खिलाफ चुनावी जंग लड़ने के लिए बनाए गए इंडिया गठबंधन का एक अहम दल है। ममता बनर्जी भाजपा पर CAA, NRC और UCC जैसे मुद्दों को लेकर काफी हमलावर रही हैं जिसकी झलक घोषणापत्र में भी नजर आती है। उन्होंने हाल ही में कोलकाता में रेड रोड पर ईद के दौरान सभा को संबोधित करते हुए इन तीनों एक्ट के खिलाफ जमकर बयानबाजी की थी।
घोषणापत्र को बंगाली के अलावा हिंदी, इंगलिश, उर्दू, नेपाली और ओल चिकी लिपि में जारी किया गया था।