उत्तराखंड के हल्द्वानी में 8 फरवरी को हुई हिंसा के बाद से वनभूलपुरा इलाका पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। वहीं प्रभावित इलाके से भारी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं। पुलिस, प्रशासन और सरकार के सख्त रवैये को देखते हुए पत्थरबाज अपने परिवार संग गायब हो रहे हैं। जिसके कारण वनभूलपुरा में कर्फ्यू के बाद भी 300 घरों पर ताले लटक गए हैं। गुरूवार की शाम कर्फ्यू लगाए जाने के बाद लोगों के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई थी। इसके बावजूद लोग घरों से भाग गए हैं। कईं लोग बिना ताला लगाए ही घरों को खुला छोड़ गए हैं। हिंसा प्रभावित इलाके से भारी संख्या मे लोग दूसरे जिले में जा चुके हैं। हल्द्वानी हिंसा मामले में पुलिस जिन लोगों पर नजर बनाए हुए थी उनमें से कई फरार चल रहे हैं। ऐसे लोगों की गिरफ्तारी के लिए दूसरे जिलों में पुलिस टीम भेजी गई है। वहीं, केंद्रीय बलों की मौजूदगी में व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है।
पुलिस ने बनभूलपुरा इलाके से पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया था। आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान हल्का बल प्रयोग भी किया। कई दिनों तक कर्फ्यू रहने की आशंका और पुलिस से डरकर लोगों ने पलायन तेज कर दिया है। रविवार सुबह पांच बजे से बरेली रोड पर कई परिवार सामान लेकर पैदल जाते दिखाई दिए। सवारी वाहन नहीं होने के कारण लोग 15 किलोमीटर पैदल चलकर लालकुआं पहुंचे। यहां से वह बरेली की ट्रेन पकड़कर यूपी के अलग-अलग शहरों को निकल गए।
हल्द्वानी हिंसा मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी साफ शब्दों में कहा है कि इस घटना में शामिल दंगाईयों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है। सभी दंगाइयों को एक-एक करके गिरफ्तार किया जाएगा। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीएम धामी ने कहा है कि प्रदेश में जिन स्थानों पर अवैध कब्जा है, प्रदेश में जहां अतिक्रमण है, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। यह अभियान जारी रहेगा। पुलिस प्रशासन दंगाइयों से सख्ती से पेश आएगा।