Ram Temple Attack Conspiracy: अयोध्या राम मंदिर पर आतंकी हमले की साजिश रचने वाले संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 10 दिन के रिमांड पर भेजने की मंजूरी दी। पलवल एसटीएफ ने आरोपी के रिमांड की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया।
गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ करेगी संयुक्त रूप से पूछताछ
अब गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ संयुक्त रूप से आरोपी से पूछताछ करेंगी। जांच एजेंसियां आतंकी नेटवर्क और हमले की साजिश से जुड़े सुराग जुटाने में लगी हैं। अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इसके संपर्कों की गहन जांच की जा रही है।
आतंकी साजिश का खुलासा
बता दें कि 2 मार्च को गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में आतंकी कनेक्शन के संदेह में अब्दुल रहमान (19) को गिरफ्तार किया था। वह उत्तर प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) का निवासी है।
आतंकी साजिश का मकसद
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था और उसे अयोध्या के राम मंदिर पर आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया था। आतंकियों का मकसद राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाना था।
जांच में खुलासा हुआ है कि रहमान कई कट्टरपंथी जमातों से जुड़ा हुआ था और फैजा एक मटन शॉप चलाता था। सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, राम मंदिर निर्माण के बाद पाकिस्तान ISI ने भारत में आतंकी साजिश रचने की योजना बनाई थी, जिसमें अयोध्या स्थित राम मंदिर को निशाना बनाने का प्लान था।
आतंकी साजिश की जांच
जांच में यह भी सामने आया है कि अब्दुल रहमान पहले भी कई बार अयोध्या के राम मंदिर की रेकी कर चुका था और उसने वहां की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ISI को साझा की थी। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान ISI के ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था। माना जा रहा है।