Uttar Pradesh: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई। इस घटना ने प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों पर कई गंभीर सवाल खड़े किये हैं। इसी बीच यूपी सरकार ने भी एक पहल की है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए यूपी सरकार प्रदेश के सभी शहरों में बने और निर्माणाधीन बेसमेंट की जांच करने का आदेश दिया है। इसके लिए अभियंताओं की एक टीम भी बनाई जाएगी और जल्द से जल्द इसकी जांच शुरू होगी।
होंगे ये एक्शन
विकास प्राधिकरण की अभियंताओं की टीम पूरे प्रदेश में जांच के दौरान यह भी देखेगी कि बेसमेंट में पार्किंग के अलावा कुछ और न चल रहा हो। इस दौरान पार्किंग में अगर कुछ और चलता हुआ पाया गया, तो उसको तुरंत बंद कर दिया जाएगा। इस संबंध में शासनादेश जारी करते हुए प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरण को सोमवार को अपर मुख्य सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण ने निर्देश भेज दिया है।
Uttar Pradesh: बनाई जाएगी टीम
निर्देश में कहा गया है कि अपने से संबंधित क्षेत्र में स्थित बेसमेंट में मानक सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए अवर अभियंता, सहायक अभियंता और जिलाधिकारी जोनल अधिकारी की एक टीम बनाई जाएगी। यह टीम ऐसे स्थलों की नियमित जांच और निगरानी के साथ यथासंभव वैधानिक कार्रवाई करेगी। बेसमेंट के निर्माण के लिए स्वीकृत मानदंडों व मानचित्र के अनुसार ही निर्माण करने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे निर्माणों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, जहां बिना मानचित्र के या स्वीकृत मानचित्र के विपरीत बेसमेंट बनाए जा रहे हैं।
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निर्देश में यह भी कहा गया कि ऐसे स्थल निर्माण, जहां बेसमेंट के लिए खुदाई किया जाना जरूरी है, तो समुचित मानक सुरक्षा उपायों के साथ ही इसे किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि ऐसा करने से वहां रहने वाले लोगों को या काम करने वाले श्रमिकों या अन्य को किसी प्रकार की जान माल का खतरा पैदा न हो। यदि किसी प्रकार की घटना घटित होती है तो उसका उत्तरदायित्व निरीक्षण के लिए गठित टीम का होगा।