चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं। इसका फैसला आने वाले कुछ ही घंटों में हो जाएगा। झारखंड में चंपई सोरेन सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा है तय कार्यक्रम के अनुसार ये फ्लोर टेस्ट करीब 11 बजे होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले चंपई सोरेन ने दावा किया है कि उनके पास 47 विधायकों का समर्थन हासिल है। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं के दावे कुछ अलग हैं। आधिकारिक आदेशानुसार, सोमवार सुबह 8 बजे से मंगलवार रात को 10 बजे तक विधानसभा परिसर के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी।
झारखंड के नवनिर्मित मुख्यमंत्री के लिए आज का दिन बेहद खास है। क्योंकि विधानसभा के विशेष सत्र में चंपई सोरेन को बहुमत हासिल करना है। सीएम चंपई सोरेन का कहना है कि 82 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में एक सीट खाली रहने के बावजूद उन्हें सत्तापक्ष के 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं मंत्री आलमगीर आलम का दावा किया है कि बहुमत का आंकड़ा 48 से 50 के बीच पहुंच सकता हैं। लेकिन जब तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो जाता, तब तक जेएमएम सरकार पर राजनीतिक संकट बरकरार है। इस बीच कयास ये लग रहे हैं कि क्या झारखंड में चंपई सोरेन सरकार बचेगी? कहीं चंपई सोरेन के साथ कोई खेल तो नहीं हो जाएगा?
सत्तापक्ष में कितने विधायक हैं?
82 सदस्यीय वाली झारखंड विधानसभा में एक सीट खाली है। बहुमत के लिए 41 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। लेकिन सत्तापक्ष को 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इसमें जेएमएम के 29, कांग्रेस के 16, आरजेडी के 1, झाविमो के 1 और सीपीआई एमएल के 1 विधायक शामिल हैं।
विपक्ष में कितने विधायक हैं?
विपक्षी खेमे में बीजेपी के 25, झाविमो के 1 और आजसू पार्टी के दो विधायक शामिल हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव को भी विपक्षी खेमे में ही शामिल किया गया है। एनसीपी के कमलेश सिंह ने भी पिछले दिनों जेएमएम सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इस तरह से विपक्षी खेमे में 32 विधायक साथ आ सकते हैं।