देश की संसद के अंदर निचले सदन में शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में चूक की घटना ने हर किसी को अचंभे में डाल दिया है। दर्शक दीर्घा से दो लोग लोकसभा में अचानक से कूद गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान एक युवक ने अपने जूते में से स्मोक क्रैकर निकाला और स्प्रे करना शुरू कर दिया। हालांकि समय रहते सुरक्षाबलों और सांसदों ने दोनों युवकों को पकड़ लिया।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बड़े सुरक्षा उल्लंघन की जांच के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस बीच गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा “लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना की जांच का आदेश दिया है। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के तहत एक जांच समिति गठित की गई है जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों और विशेषज्ञों के सदस्य शामिल हैं।”
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा “जांच समिति संसद की सुरक्षा में उल्लंघन के कारणों की जांच करेगी, खामियों की पहचान करेगी और आगे की कार्रवाई की सिफारिश करेगी। समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।”
ऐसा तब हुआ जब लोकसभा महासचिव ने गृह मंत्रालय को पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने के लिए लिखा। संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर उस समय बड़ी सुरक्षा चूक हुई जब शून्यकाल के दौरान दो घुसपैठिये दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में घुस गये।
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि लोकसभा में सुरक्षा उल्लंघन में दो लोग दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए और उनके हाथ में कनस्तर थे। सांसदों द्वारा काबू किए जाने से पहले उन्होंने कनस्तरों से पीली गैस छोड़ी और नारे लगाए। दृश्यों में एक व्यक्ति को लोकसभा की दर्शक दीर्घा से कूदते हुए दिखाया गया जिसके बाद थोड़ा हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। यह घटना तब हुई जब सदस्य अत्यावश्यक सार्वजनिक महत्व के मामले उठा रहे थे और भाजपा सांसद खगेन मुर्मू अपना मुद्दा उठा रहे थे। इसके साथ ही एक महिला समेत दो व्यक्तियों ने संसद परिसर के बाहर रंगीन गैस का छिड़काव किया और नारेबाजी की।