राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से अपना नामांकन भरकर सबको खामोश कर दिया है। वसुंधरा राजे ने राड़ी के बालाजी मंदिर में जाकर पूर्जा अर्चना की। इसके बाद वह समर्थकों के साथ वह नामांकन पर्चा भरने पहुंची।
वसुंधरा राजे ने मीडिया से बातचीत के दौरान संकेत दिया कि वो अभी राजनीति से संयास नहीं लेंगी। इसके पहले उन्होंने जनता के बीच रिटायरमेंट की बात इसलिए की थी क्योंकि जनता और उनके बेटे दुष्यंत के बीच अच्छा समन्वय दिख रहा था। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि मैंने एक मां के तौर पर यह बात कही थी। मुझे यह अच्छा लगा कि दुष्यंत और झालावाड़ के लोगों के बीच इतनी अच्छी बॉन्डिग हो गई है। उन्होंने आगे बताया कि वह अभी नामांकन भर कर बाहर निकली हैं, ऐसे में रिटायरमेंट की बात को आप लोग अपने दिमाग में ना रखे। मैं कहीं नहीं जा रही हूं।
वसुंधरा राजे दो दिन से झालावाड़ में हैं। पहले दिन उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र झालावाड़ में प्रवीण शर्मा स्टेडियम में जनसभा की थी। इस दौरान उन्होंने अपने सांसद बेटे दुष्यंत सिंह का भाषण सुनने के बाद कहा कि ‘मेरे बेटे की बात सुनने के बाद मुझे लगता है कि अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए। राजे ने इस दौरान आगे यह भी कहा था कि’ आप सभी ने उसे इतनी अच्छी तरह प्रशिक्षित किया है कि मुझे उसे आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है। सभी विधायक यहां हैं और मुझे लगता है कि उन पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है। वे अपने दम पर लोगों के लिए काम करेंगे।’ राजे के इस बयान को उनके ओर से राजनीति से संयास लेने के मुद्दे से जोड़कर देखा जा रहा था।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पिछले 34 सालों से झालावाड़ के झालरापाटन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वे 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रही हैं। झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से ये राजे का 10वां नामांकन है। शनिवार को भी जब राजे अपना नामांकन दर्ज करवाने पहुंची तो वसुंधरा के समर्थकों का बड़ा हूजूम मौजूद था। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौके पर मौजूद रहे।