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दिल्लीवासियों के सांस लेना हुआ दूभर


पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में खराब वायु गुणवत्ता के कारण लोगों के लिए सांस लेना दूभर हो गया है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार यानी आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 324 के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। गुरुवार सुबह 6:00 बजे सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक आनंद विहार में AQI 387 आईटीओ और दिल्ली में AQI 343 था। जबकि वजीरपुर, दिल्ली में AQI 422 और आरके पुरम में AQI 415 था।
इसी तरह दिल्ली के ओखला फेज-2 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 406 दर्ज किया गया।

वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक अच्छा माना जाता है। जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से 500 या इससे ऊपर तक वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर माना जाता है।

वायु गुणवत्ता सूचकांक लोगों को वायु गुणवत्ता की स्थिति को समझने में आसान शब्दों में प्रभावी ढंग से बताने का एक उपकरण है। यह विभिन्न प्रदूषकों के जटिल वायु गुणवत्ता डेटा को एक ही संख्या, नामकरण और रंग में बदल देता है।

पिछले हफ्ते दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ, CAQM (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) ने शनिवार को GRAP 4 के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द कर दिया। जिसमें BS-3 और BS-4 पेट्रोल और डीजल वाहनों को छोड़कर ट्रकों और बसों को अनुमति दी गई थी।

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुझाव दिया कि पराली जलाने वाले किसानों को उनके कार्यों के आर्थिक परिणामों के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लाभ से वंचित किया जाना चाहिए। SC दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई कर रही था। 


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