यूं तो टी -20 क्रिकेट बल्लेबाजों का ही खेल बनकर रह गया है इसमें आपको रन ही रन दिखने को मिलते हैं. लेकिन कल हुए साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच हुए मुकाबले में तो रनो का अंबार ही लग गया. साउथ अफ्रीका के सेंचुरियन के मैदान पर साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया. अमूमन टी 20 में कप्तान पहले गेंदबाजी करने का ही निर्णय लेते है तो इसमें नया कुछ नहीं था हां इस मैच में कुछ नया होना बाकी था. पहला विकेट जल्दी खोने के बाद वेस्टइंडीज ने शानदार खेल दिखाया और ओपनर जॉनसन चार्ल्स के शानदार, तेज तर्रार 46 गेंदों पर बनाए 118 रनों की बदौलत बीस ओवर में 258 रनों का पहाड़ सा स्कोर बनाया. चार्ल्स ने अपनी इस पारी में 11 छक्के लगाए. वेस्टइंडीज की तरफ से कुछ और बल्लेबाजों ने भी थोड़ा थोड़ा लेकिन तेज योगदान दिया.
लगा कि ये मैच एक तरफा ही हो जायेगा. जब आपको पहली ही गेंद से हर ओवर में 13 रन बनाने होंगे तो जीत बहुत ही दूर नजर आती है. लेकिन अफ्रीका के बल्लेबाज किसी दूसरे मूड में ही आए थे, अफ्रीका ओपनर और विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने दूसरे ओपनर रेजा हेंड्रिक्स के साथ मिलकर वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को पीटना शुरू कर दिया. खासकर डिकॉक के इरादे तो बेहद खराब नजर आ रहे थे. डिकॉक सिर्फ 44 गेंदों में 100 रन बनाकर आउट हुए. अपनी इस यादगार पारी में डिकॉक ने 8 छक्के भी लगाए और जब डिकॉक के रूप में अफ्रीका का पहला विकेट गिरा तो अफ्रीका का स्कोर था 10.5 ओवर में 152 रन. मतलब डिकॉक आउट होने से पहले ही मैच का रूख अपनी टीम की तरफ मोड गए थे.
इसके बाद टीम के कप्तान एडेन मार्कराम और हेंड्ररिक्स ने अफ्रीका को 7 गेंद शेष रहते टी 20 क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत दिला दी. टी 20 क्रिकेट में ये दोनों टीमों को मिलाकर बनने वाला ये सर्वाधिक स्कोर है. दोनों टीमों ने मिलाकर इस मैच में 517 रन बनाए. शतक जमाने वाले अफ्रीकी बल्लेबाज डिकॉक को मैन ऑफ द मैच चुना गया. तीन मैचों की इस टी 20 सीरीज में पहला मैच वेस्टइंडीज जीत चुकी है अब अंतिम और निर्णायक मैच 28 मार्च को होगा.