मनुष्य के जीवन में कई तरह की परेशानियों आती हैं। इन परेशानियों को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं। वहीं, पद्मपुराण के अनुसार, अगर भगवान शिव और देवी पार्वती की बेटी अशोक सुंदरी की सोमवार को पूजा की जाती है तो आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाती है। इसके अलावा ये भी दावा किया जाता है कि जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है।
आपने महादेव की बेटियों के बारे में शायद ही सुना होगा। महादेव की दो बेटियां मनसा देवी और अशोक सुंदरी हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर हम सोमवार को महादेव की बेटी अशोक सुंदरी की पूजा करते हैं तो धन लाभ के योग बनने के साथ-साथ बंद पड़े व्यापार भी फिर से शुरू हो जाते हैं।
पद्म पुराण में है उल्लेख
महादेव और माता पार्वती की पुत्री अशोक सुंदरी का उल्लेख पद्म पुराण में किया गया हैं। पद्मपुराण में किए गए उल्लेख के अनुसार, एक दिन माता पार्वती भगवान शिव के साथ जंगल में घूमने गई। जंगल में माता पार्वती ने कल्पवृक्ष को देखा। कल्पवृक्ष को देखने के बाद माता पार्वती ने वृक्ष से अपनी इच्छा पूरी करने की बात करी। माता ने कल्पवृक्ष को कहा कि मुझे मेरे अकेलेपन को दूर करने के लिए एक ऐसी सखी चाहिए, जिससे मैं अपनी मन की सारी बातें कह सकूं। कल्पवृक्ष ने माता पार्वती की बात सुनी और उन्हें एक बेटी का वरदान दिया। कल्पवृक्ष द्वारा उत्पन्न महादेव और माता पार्वती की पुत्री बहुत सुंदर थी। इसलिए उनका नाम अशोक सुंदरी रखा गया।
सोमवार को क्यों की जाती है अशोक सुंदरी की पूजा
महादेव की पुत्री अशोक सुंदरी की पूजा सोमवार को भगवान शिव और माता पार्वती के साथ की जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि सोमवार को महादेव और माता पार्वती की पूजा करने से घर-परिवार में सब-कुशल मंगल रहता है। बता दें कि अशोक सुंदरी को उनके पिता भगवान शिव से यह वरदान मिला है कि उनकी पूजा भी सोमवार को ही की जाएगी।
ऐसे करें अशोक सुंदरी की पूजा
महादेव की पुत्री अशोक सुंदरी की पूजा की शुरुआत गंगाजल और शुद्ध जल से करें। गंगाजल और शुद्ध जल को शिवलिंग पर चढ़ाएं। शिवलिंग में जिस स्थान से बहकर जल निकलता है, उस स्थान को अशोक सुंदरी का स्थान कहा जाता है। गंगाजल और शुद्ध जल अर्पण करने के बाद शिवलिंग पर चंदन लगाने के साथ-साथ अशोक सुंदरी वाले स्थान पर भी चंदन लगाएं। फिर शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल माला चढ़ाने के बाद पूजा की बाकी चीजों को चढ़ाएं।
Disclaimer- यह जानकारी केवल धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। ‘श्रेष्ठ भारत’ इस बात का दावा नहीं करता कि अशोक सुंदरी की पूजा से निश्चित रूप से उपरोक्त लाभ प्राप्त होंगे।