Navratri 2024 First Day: आज यानी गुरुवार से नवरात्रि का शुभारंभ हो रहा है। वहीं, आज दो शुभ संयोग बन रहे हैं। नवरात्रि के पहले दिन इंद्र योग और हस्त नक्षत्र है। ऐसा कहा जा रहा है कि मां दुर्गा आज कैलाश से डोली में गणेश, कार्तिकेय और शिव गणों के साथ अपने मायके यानी धरती पर आ रही हैं।
आज मां दुर्गा के भक्त उनका आह्वान करके कलश स्थापना कर उनकी पूजा-अर्चना करेंगे। नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है। आइए आपको बताते हैं नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा विधि, मुहूर्त, भोग और महत्व के बारे में…
कलश स्थापना और पूजा मुहूर्त
कलश स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त आज प्रातः काल 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 7 बजकर 22 मिनट तक रहने वाला है। वहीं, दोपहर 11 बजकर 46 मिनट से लेकर 12 बजकर 33 मिनट तक पूजा का दूसरा शुभ मुहूर्त रहेगा।
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मां शैलपुत्री को चढ़ाएं यह भोग
नवरात्रि के पहले दिन (Navratri 2024 First Day) मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस दौरान आप देवी शैलपुत्री को गाय के दूध से बनी खीर या सफेद मिठाई का भोग चढ़ा सकते हैं।
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मां शैलपुत्री की पूजा विधि
पर्वतराज हिमालय की पुत्री मां शैलपुत्री की पूजा की शुरुआत कलश स्थापना के बाद की जाती है। शैलपुत्री को पहले अक्षत्, फूल, फल, मिठाई, धूप, दीप और नैवेद्य आदि चढ़ाएं। फिर पूजा के समय मंत्र का जाप करें और देवी को भोग लगाएं। इसके बाद मां शैलपुत्री की आरती करें।
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