राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(NCP) के अध्यक्ष अजित पवार अपने चाचा शरद पवार को एक के बाद एक झटका देते जा रहे हैं। अजित पवार अब बाराबांकी से विधान सभा चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। इसका सीधा मतलब ये है कि उनका मुकाबला सुप्रिया से होगा। अजित पवार अपने उम्मीदवार को सुप्रिया से चुनाव लड़वाना चाह रहे हैं। साथ ही उन्होंने इस सीट से जीत की भी उम्मीद की है। अजीत ने यह जानते हुए भी कहा कि बारामती को शरद पवार का गढ़ माना जाता है और यहां से एनसीपी हमेशा भारी मतों के अंतर से चुनाव जीतती आ रही है। बारामती को लेकर अजित पवार ने आगे कहा, आगामी लोकसभा चुनाव में हम यहां से जो भी उम्मीदवार उतारें, आप उसे जिताएं तभी मैं यहा से राज्य विधानसभा की सीट से चुनाव लड़ूंगा।
बारामती की सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले पर कटाक्ष कसते हुए कहा, आने वाले समय में लोग आपके पास आएंगे। और भावनात्मक मुद्दों पर आपसे वोट मांगेंगे। लेकिन उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि भावनात्मक मुद्दों को वोट न देते हुए आपको विकास के मुद्दो को देखते हुए वोट देने का फैसला करना होगा। बारामती की सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके कार्य करने की शैली अच्छी नहीं होती है, उन्हें आरोपों का सामना करना ही पड़ता है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर वह ‘सीनियर लीडर’ के बेटे होते तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के आसानी से अध्यक्ष बन जाते। लेकिन अजीत पवार के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए शरद पवार के करीबी माने जाने वाले पूर्व राज्यमंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि अजित महाराष्ट्र की राजनीति में इतनी तेजी से नहीं आगे नहीं बढ सकते थे, अगर वह शरद पवार के भतीजे नही होते तो अजित पवार महाराष्ट्र की राजनीति में इतनी तेजी से नहीं उभर पाते।