पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के समर्थकों ने दावा किया है कि उनकी पार्टी PTI ने चुनाव में सबसे ज्यादा सींटे हासिल की हैं। सबसे ज्यादा सीटें हासिल करने के बावजूद इमरान की पार्टी सरकार बनाती नहीं दिख रही है। वहीं, नवाज शरीफ की पार्टी कम सीटों के बावजूद भी सरकार बनाने का दावा कर रही है।
पाकिस्तान में अब तक नेशनल असेंबली की 265 सीटों में से 244 सीटों के परिणाम चुके हैं। इन सीटों में से 96 सीटों पर पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। वहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 71, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 53 सीट और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट ने 17 सीट पर जीत हासिल की है।
पाकिस्तान में हुए आम चुनावो के परिणामों की घोषणा के बाद यह तो साफ हो गया है कि वहां कि चुनाव प्रकिया पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। चुनाव परिणाम के बाद की स्थिति क्या होगी? इसका खुलासा शुक्रवार को देर रात या शनिवार को होने की संभावना है। लेकिन जो आसार बन रहे हैं उससे इस बात की संभावना है कि नवाज शरीफ की अगुवाई में ही एक मिली-जुली सरकार बनेगी। लेकिन एक कमजोर गठबंधन होने की वजह से सरकार की चाबी पाकिस्तान सेना के हाथ में ही होगी।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटों पर चुनाव हुए हैं। हालांकि, इनमें से सिर्फ 266 सीटों पर ही चुनाव के जरिए उम्मीदवार चुने जाएंगे। दरअसल, असेंबली की 70 सीटें आरक्षित हैं। इनमें से 60 महिलाओं के लिए जबकि 10 गैर मुस्लिमों के लिए आरक्षित हैं। चुनाव जीतने वाली पार्टियों के अनुपात के आधार पर ये सीटें आवंटित की जाएंगी।
नवाज शरीफ ने सभी पार्टियों को साथ आने का निंमत्रण दिया है, शरीफ ने पूर्वी शहर लाहौर में अपने घर के बाहर एकत्र समर्थकों की भीड़ से कहा चुनाव के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग आज देश की सबसे बड़ी पार्टी है और इस देश को भंवर से बाहर निकालना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा जिसे भी जनादेश मिला है, चाहे वह निर्दलीय हो या पार्टियां, हम उन्हें मिले जनादेश का सम्मान करते हैं। हम उन्हें हमारे साथ बैठने और इस घायल राष्ट्र को अपने पैरों पर वापस खड़ा होने में मदद करने के लिए आमंत्रित करते हैं।
वहीं इमरान खान की पार्टी ने AI का इस्तेमाल करके बनाया गया एक ऑडियो-विजुअल संदेश जारी किया और अपने एक्स सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया। संदेश में 71 वर्षीय खान ने जीत के लिए शरीफ के दावे को खारिज कर दिया, अपने समर्थकों को चुनाव “जीतने” के लिए बधाई दी और उनसे जश्न मनाने और अपने वोट की रक्षा करने का आग्रह किया।