Microsoft ने भारत के लिए अलर्ट जारी किया है। माइक्रोसॉफ्ट ने ब्लॉग पोस्ट में Loksabha Election 2024 में चीन से भारत को सर्तक किया है। दावा किया गया है कि चीन आने वाले समय में Artificial Intelligence जनरेटेड कंटेट से भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव को प्रभावित कर सकता है। चीन भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी समर्थित साइबर ग्रुप, उत्तर कोरिया की मदद से साल 2024 के लिए निर्धारित कई देशों के चुनावों को निशाना बना सकता है, इनमें भारत भी शामिल है। आपको जानकारी दे दें, इस साल दुनियाभर में कम से कम 64 देशों में राष्ट्रीय चुनाव होने वाले हैं और इन चुनावों का असर दुनिया की 49 फीसदी आबादी पर पड़ने वाला है।
माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में आने वाले लोकसभा के दौरान चीन AI टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग चुनाव को प्रभावित करने के लिए कर सकता है। कंपनी ने इस दौरान हैकिंग प्रयासों के बारे में भी चेताया है। माइक्रोसॉफ्ट की threat intelligence team द्वारा जारी की गई चेतावनी के अनुसार, आने वाले समय में चीनी समर्थित साइबर ग्रुप कई देशों के चुनावों को निशाना बना सकता है। जनता की राय को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया के जरिए Artificial Intelligence का इस्तेमाल किया जा सकता है।
माइक्रोसॉफ्ट ने दावा किया है कि जनवरी 2024 में ताइवान के राष्ट्रपति चुनावों को अस्थिर करने के लिए एआई सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया था। यह किसी विदेशी चुनाव को सरकार समर्थित AI-जनरेटेड कंटेट से प्रभावित करने की पहली कोशिश थी।
कैसे प्रभावित हो सकते हैं चुनाव
Artificial Intelligence तकनीक का इस्तेमाल फेक कॉन्टेंट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें ऐसी बातें कही जा सकती हैं जो किसी ने कही ही ना हो। जिसमें “डीपफेक” और मनगढ़ंत घटनाएं शामिल हैं। एआई की मदद से प्रसिद्ध हस्तियों की आवाज बदली जा सकती है और उन्हें बड़े पैमाने पर सार्वजनिक रूप से शेयर किया जा सकता है, जो इसे वायरल होने और करोड़ों लोगों तक पहुंचने में मदद करता है। एआई से जनता की राय प्रभावित हो सकती है, जो किसी भी चुनाव को नतीजे पर असर पड़ सकता है।
हाल ही में राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स की मुलाकात हुई थी। इस दौरान दोनों ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास, स्वास्थ्य सहित एआई के उपयोग पर चर्चा की गई थी।
भारत में लोकसभा चुनाव
भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, मतदान का पहला चरण 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 102 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए होगा। शेष चरण 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को निर्धारित किए गए हैं। प्रथम चरण में 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण में 89 सीटों पर, तीसरे चरण में 94 सीटों पर, चौथे चरण में 96 सीटों पर, पांचवें चरण में 49 सीटों पर, छठे चरण में 57 सीटों पर और अंत में सातवें चरण में 57 सीटों पर मतदान होगा।