Lok Sabha Elections 2024: रूस ने अमेरिका पर बड़ा आरोप लगाया है। रूस का कहना है कि अमेरिका का लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भारत को अस्थिर करना है। रूसी सरकार के स्वामित्व वाले समाचार नेटवर्क आरटी न्यूज़ ने यह जानकारी दी है। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर भारत की आलोचना की है।
‘भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा अमेरिका’
आरटी न्यूज के मुताबिक, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा है कि अमेरिका को भारत की राष्ट्रीय मानसिकता और इतिहास की समझ नहीं है। वह भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में ‘निराधार आरोप’ लगा रहा है। जखारोवा ने आरोपों को भारत के लिए अपमानजनक बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी आरोपों के पीछे की वजह भारत में आंतरिक राजनीतिक स्थिति को असंतुलित करना और आम चुनावों को जटिल बनाना है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहा है।
"Unfounded Accusations:" US Aims to Destabilise India During #LokSabha2024 – Russian Foreign Ministry
— RT_India (@RT_India_news) May 8, 2024
Spox Maria Zakharova has said Washington lacks simple understanding of India's national mentality and history, as America continues to make "unfounded accusations" about… pic.twitter.com/M8G0gtiP92
USCIRF ने की भारत की आलोचना
बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने अपनी नई वार्षिक रिपोर्ट में धार्मिक स्वतंत्रता के कथित उल्लंघन को लेकर भारत की आलोचना की है। आयोग ने भारत को ‘विशेष चिंता का देश’ घोषित करने के लिए अमेरिकी विदेश विभाग से सिफारिश भी की।
USCIRF ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप
USCIRF की रिपोर्ट में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर ‘भेदभावपूर्ण’ राष्ट्रवादी नीतियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, धर्मांतरण और गो-हत्या विरोधी कानूनों को लागू करने से अल्पसंख्यकों और उनके पक्ष में बात रखने वालों को मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया। उनकी निगरानी की गई और उन्हें निशाना बनाया गया। यही नहीं, अल्पसंख्यकों पर रिपोर्टिंग करने वाले न्यूज मीडिया और गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) दोनों पर एफसीआरए नियमों के तहत कड़ी निगरानी की जा रही है।
‘भारत की चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप की कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत की चुनावी प्रक्रिया में दखल देने का प्रयास करने और उसके खिलाफ ‘प्रचार’ करने को लेकर USCIRF की आलोचना की। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पिछले हफ्ते कहा था कि यूएससीआईआरएफ को राजनीतिक एजेंडे के साथ एक ‘पक्षपाती’ इकाई के रूप में जाना जाता है। दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की उनकी कोशिशें कभी सफल नहीं होंगी।
रूस ने भारत पर लगाए गए आरोपों को किया खारिज
रूस ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय अधिकारी के शामिल होने के आरोपों को भी खारिज कर दिया। जखारोवा ने कहा कि हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार, अमेरिका ने अभी तक पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय नागरिकों के शामिल होने का कोई विश्वसनीय सबूत नहीं दिया है। इसलिए बिना सबूत के अटकलें लगाना स्वीकार नहीं है।
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट में भारत पर लगाए गए आरोप
यह टिप्पणी ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के संबंध में आई है, जिसमें अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए पन्नू को मारने की कथित साजिश के संबंध में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के एक अधिकारी का नाम लिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अपने दुश्मनों के खिलाफ रूस और सऊदी अरब जैसा ही व्यवहार करने की कोशिश कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने खारिज की रिपोर्ट
विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे ‘गंभीर मामले’ पर ‘अनुचित और निराधार’ आरोप बताया। उन्होंने रिपोर्ट को ‘काल्पनिक और गैर-जिम्मेदाराना’ करार दिया।