UPSC FIR Against Pooja Khedkar: महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। UPSC ने पूजा खेडकर के खिलाफ एक्शन लेते हुए FIR दर्ज कराई है तथा सिविल सेवा की परीक्षा 2022 से पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
UPSC ने नोटिस जारी कर पूजा खेडकर से जवाब मांगा है कि आपकी उम्मीदवारी क्यों न रद्द की जाए और आगामी यूपीएससी की परीक्षाओं से वंचित क्यों न रखा जाए।
दरअसल, यूपीएससी की ओर से कहा गया है कि ‘पूजा खेडकर के खिलाफ विस्तृत जांच कराई गई थी, जिसमें पता चला कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में नियमों का उल्लघंन किया था। उनकी परीक्षा में बैठने की लिमिट पूरी हो गई थी। फिर भी उन्होंने फर्जी तरीके से अपनी पहचान बदलकर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी। उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम, फोटो और साइन तक बदल डाले थे। इसके अलावा मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता भी बदला था। गलत तरीके से नई पहचान बनाने की वजह से उन्हें लिमिट से ज्यादा बार परीक्षा में बैठने का मौका मिला था।
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क्या है IAS पूजा खेडकर केस
2023 बैच की IAS पूजा खेडकर पर पुणे में प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी के रूप में काम करते हुए पद के दुरुपयोग का आरोप है। पूजा ने कई सुविधाओं की मांग की थी। दरअसल, ये सुविधाएं प्रशिक्षु अधिकारियों को नहीं मिलती हैं। फिर भी पूजा ने लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट वाली अपनी निजी ऑडी कार का इस्तेमाल किया।
डाक्यूमेंट में सच आया सामने
ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को लेकर अब एक और नया डॉक्यूमेंट सामने आया है, जिसमें उन्होंने साल 2020 में सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेशन ट्रिब्यूनल को एक एप्लीकेशन दी थी। इसमें उनकी उम्र 30 साल और साल 2023 में दिए गए डॉक्यूमेंट में उनकी उम्र 31 साल दिखाई दे रही है। इसके अलावा पूजा ने अपने नाम के आगे 2020 के डॉक्यूमेंट में डॉक्टर लिखा है और 2023 के डॉक्यूमेंट में डॉक्टर नहीं लिखा है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या दिसंबर 2020 से लेकर फरवरी 2023 तक उनकी उम्र 1 साल ही बढ़ी।