Landslide in Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भूस्खलन से जमकर तबाही हुई है। यहां के पेरनोट गांव में लगातार हो रहे भूस्खलन से सड़कें, घर और बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। प्रभावित ग्रामीणों को पंचायत घर में स्थानांतरित कर दिया गया है। प्रशासन उनकी देखभाल कर रहा है। वहीं, वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के काम में जुटा हुआ है।
हाईअलर्ट पर प्रशासन
पंचायत घर में लोगों को चिकित्सा सुविधाएं और भोजन उपलब्ध कराया गया है। प्रशासन भी हाई अलर्ट पर है और स्थिति पर नजर रख रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि लैंड स्लाइड की वजह से मकानों में दरारें पड़ गई हैं। सड़कें भी धंस गई हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
#WATCH | J&K: Continuous landslide in Pernote Village of Ramban District has caused damage to roads, houses, and power lines. The affected villagers have been shifted to Panchayat Ghar and the administration is taking care of them, medical facilities and food have been provided.… pic.twitter.com/MLwVW6EKcd
— ANI (@ANI) April 27, 2024
भूस्खलन से 50-55 परिवार प्रभावित
रामबन के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर वरुणजीत सिंह चरक ने बताया कि भूस्खलन की वजह से 50-55 परिवार प्रभावित हुए हैं । एक किमी के दायरे में सभी घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें से कुछ पूरी तरह से, जबकि कुछ आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
#WATCH | J&K: Additional Deputy Commissioner of Ramban, Varunjeet Singh Charak says, "50-55 families have been affected and all houses in the 1km radius have been damaged- some fully while some partially. The families have been rescued with our prompt action and with the help of… https://t.co/Mtq80wgaXX pic.twitter.com/gO94IzI7jt
— ANI (@ANI) April 27, 2024
तीन टीवी टावरों को पहुंचा नुकसान
वरुणजीत सिंह चरक ने बताया कि हमारी त्वरित कार्रवाई और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों की मदद से परिवारों को बचा लिया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, गैर सरकारी संगठन और स्थानीय स्वयंसेवक हमारी मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से तीन टीवी टावरों को नुकसान पहुंचा है। चौथे टावर को भी नुकसान हो सकता है।
बारिश के कारण बेकार हुआ आश्रय
एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि भूस्खलन से कृषि, बागवानी और संबद्ध गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। हमने एक अस्थायी आश्रय बनाया था, लेकिन लगातार बारिश के कारण यह बेकार हो गया है। उन्होंने कहा कि हमने संबंधित विभागों से यहां आकर इस आपदा के कारणों का अध्ययन करने का अनुरोध किया है।