ISRO SpaDeX Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। स्पेसडेक्स मिशन के तहत, भारतीय स्पेसक्राफ्ट की सफलतापूर्वक डॉकिंग पूरी कर ली है। ISRO ने X पर इसकी जानकारी दी है। “भारत सफल स्पेस डॉकिंग हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। पूरी टीम को बधाई! भारत को बधाई।”
PM नरेंद्र मोदी ने दी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर ISRO टीम को बधाई देते हुए कहा, “यह उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की ताकत और हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा को दर्शाती है। यह हमारे आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
Congratulations to our scientists at @isro and the entire space fraternity for the successful demonstration of space docking of satellites. It is a significant stepping stone for India’s ambitious space missions in the years to come.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 16, 2025
स्पैडेक्स मिशन का प्राथमिक उद्देश्य
स्पैडेक्स मिशन का प्राथमिक उद्देश्य दो छोटे अंतरिक्ष यान (एसडीएक्स01, जो चेज़र है और एसडीएक्स02, जो नाममात्र का लक्ष्य है) को कम-पृथ्वी वृत्ताकार कक्षा में मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग के लिए आवश्यक तकनीक विकसित करना और प्रदर्शित करना है। इसरो ने 30 दिसंबर को स्पाडेक्स और अभिनव पेलोड के साथ पीएसएलवी-सी60 लॉन्च किया था।
क्या थी स्पेसडेक्स मिशन?
स्पेसडेक्स मिशन ISRO का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष में दो स्पेसक्राफ्ट को आपस में जोड़ना था। यह तकनीक बेहद कठिन और उन्नत मानी जाती है, जिसमें स्पेसक्राफ्ट को ऑर्बिट में सटीकता से जोड़ने के लिए हाई-टेक्नोलॉजी और सटीकता की आवश्यकता होती है। स्पेसडेक्स मिशन भारत के भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों, जैसे अंतरिक्ष में लॉन्ग-ड्यूरेशन मिशन और अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।