अंबाला में एक कलयुगी भाई ने पिता के सामने ही बहन को बेरहमी से तलवार से मौत के घाट उतार डाला। उसने कत्ल करने से पहले दरवाजा बंद कर लिया था, पिता शीशे से देखते रह गए और भाई ने बहन के पेट, छाती, पीठ, हाथ-पैर पर ताबड़तोड़ कई वार किए। बहन को चाकू से बुरी तरह से गोदने के बाद भाई ने उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए उसका गला भी काट डाला।
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक मृतका के शरीर पर धारदार हथियार के 41 निशान मिले हैं। पुलिस के आगे पिता ने कत्ल की पूरी कहानी बयान की है। अंबाला कैंट के कच्चा बाजार के रहने वाले कर्ण ने हत्या करने से पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि वो मजबूरी में अपनी बहन का कत्ल कर रहा है। हत्या के आरोपी भाई ने बहन के ससुराल वालों से बदला लेने के लिए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लोगों से भी मदद मांगी थी।
अंबाला में गला रेतकर बहन की हत्या करने वाला भाई कर्ण उर्फ कालू अनिल विज के आवास पर सरेंडर करने से पहले लाइव आया। वीडियो में बहन के पति समेत अंबाला के स्थानीय नेता पर बहन को कॉल करने के गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्हीं की वजह से खून के आंसू रोने पड़ रहे हैं। उसने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े बदमाशों के साथ संपर्क में रहने की बात कही है। हत्या के अगले दिन आरोपी खुद गृह मंत्री अनिल विज के आवास पर सरेंडर करने पहुंचा था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसको पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी भाई ने पुलिस को बताया कि वो अपनी बहन के ससुरालवालों से बेहद परेशान था। कर्ण के मुताबिक उसके बहनोई ने आधी रात को उसकी बहन को बीच सड़क छोड़ दिया था। उसने अपने मां-बाप को उसी दिन बहन का रिश्ता तोड़ने के लिए कहा था लेकिन घरवाले नहीं माने और हाथ पैर जोड़कर बहन भावना को ससुराल भेज दिया। भावना के ससुराल जाने के बाद उसके ससुराल वाले बार-बार पैसे मांगा करते थे। कर्ण का कहना है कि वो आए दिन पैसे दे-दे कर तंग हो गए थे लेकिन ससुरालवालों की डिमांड रुकने का नाम नहीं ले रही थी। इसी बीच बहन भावना ने एक बेटी को जन्म दिया लेकिन इसके बाद भी ससुरालवालों के तेवर नर्म नहीं पड़े। मामला कोर्ट तक पहुंचा और बहन भावना और उसके पति के बीच तलाक का मामला चल रहा था।
इस बीच भावना के पति का परिवार कर्ण और उसके परिवार पर पैसे लेकर मामला खत्म करने का दबाव बना रहा था। वो उनको धमकी देते थे कि उनकी पहुंच बहुत दूर तक है और कर्ण का परिवार उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। भावना की बेटी भी उसके पति के पास ही थी और वो बार-बार उसे वापस करने के लिए कह रहे थे लेकिन उसका पति का परिवार भावना की बेटी को देने के लिए राजी नहीं थे। मामले को निपटाने के लिए उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बदमाशों से भी संपर्क किया।
पुलिस पूछताछ में कर्ण ने बताया कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग के टच में है और उसे पूरा भरोसा है कि उसके जेल जाने के बाद उसकी बहन के ससुरालवालों से लॉरेंस बिश्नोई गैंग जरुर बदला लेगा। गिरफ्तारी के वक्त कर्ण केवल यही मांग कर रहा था कि उसकी बहन का अंतिम संस्कार भावना की बेटी से ही कराया जाए तभी उसे मुक्ति मिल पाएगी। हालांकि इस पूरे हत्याकांड की वजह कर्ण ने नहीं बताई है। पुलिस ने जब कत्ल की वजह पूछी तो वो कहने लगा कि वो परेशान हो गया था।
पुलिस को लगता है कि कर्ण की दिमागी हालत ठीक नहीं है क्योंकि वो कत्ल की कोई साफ वजह नहीं बता पा रहा है। वो कह रहा है कि उसने कत्ल क्यों किया है उसकी खबर भगवान को है और उसने भगवान को ही कत्ल की वजह बताई है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने और बहन के मायके में रहने की वजह से परिवार का माहौल खराब था जिसकी वजह से कर्ण का दिमागी संतुलन बिगड़ गया और उसने इतने घिनौने हत्याकांड को अंजाम दे डाला।