Praveen Kumar Wins Gold Medal: भारतीय पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को पुरुषों की ऊंची कूद टी 64 फाइनल में जीत हासिल की है। इस जीत के साथ उन्होंने देश को स्वर्ण पदक दिलाया है।
प्रवीण ने 2.08 मीटर की रिकॉर्ड तोड़ छलांग लगाई। इस छलांग के साथ उन्होंने नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित किया। वहीं, दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः यूएसए के डेरेक लोकिडेंट (2.06 मीटर) और उज्बेकिस्तान के टेमुरबेक गियाज़ोव (2.03 मीटर) रहे। डेरेक ने जापान के टोरू सुजुकी का 2021 का पैरालंपिक रिकॉर्ड (1.88 मीटर) तोड़ा, जबकि उज्बेकिस्तान के गियाज़ोव ने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ छलांग दर्ज की।
Play. PRA(WIN). Progress✅🫡
— SAI Media (@Media_SAI) September 6, 2024
What an extraordinary performance from Para High Jumper Praveen Kumar!
He upgrades his #Tokyo2020 Silver to Gold with a tremendous Personal Best leap of 2.08m and boosts #TeamIndia’s rankings in the #ParisParalympics2024 medals tally.
Savour… pic.twitter.com/yJ9VQdSZio
इस पदक के साथ पैरालंपिक में भारत की पदक तालिका 26 हो गई है, जिसमें छह स्वर्ण पदक, नौ रजत पदक और 11 कांस्य पदक शामिल हैं। यह किसी पैरालंपिक इवेंट में भारत द्वारा जीता गया, अब तक का सर्वाधिक स्वर्ण पदक है, जो टोक्यो 2020 में जीते गए कुल पांच स्वर्ण पदकों से अधिक है।
इस साल भारत ने अपना अब तक का सबसे बड़ा पैरालंपिक दल भेजा है, जिसमें 12 खेलों के 84 एथलीट शामिल हैं, जो देश के बढ़ते पैरा-स्पोर्ट्स इकोसिस्टम का प्रमाण है। पेरिस 2024 पैरालंपिक में भारत की भागीदारी न केवल संख्या में बल्कि पदक की उम्मीदों में भी उल्लेखनीय वृद्धि का प्रतीक है, क्योंकि राष्ट्र का लक्ष्य टोक्यो में अपनी पिछली उपलब्धियों को पार करना है।
टोक्यो 2020 भारत का अब तक का सबसे सफल पैरालंपिक खेल था, जिसमें देश ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य सहित 19 पदक जीते थे।