Retired Indian Colonel Vaibhav Kale Death: इजरायल-हमास युद्ध के बीच लगभग सात महीनों से युद्ध जारी है। हमास ने गाजा के राफा शहर पर हमला किया है। इसी हमले की चपेट में आने से रिटायर्ड भारतीय कर्नल वैभव काले घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। बता दें कि रिटायर्ड वैभव काले संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षा सेवा समन्वयक के रूप में शामिल हुए थे।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
कर्नल वैभव अनिल काले (सेवानिवृत्त) के निधन की खबर से परिवार में आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूर्व सैनिक हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा सेवा समन्वयक के रूप में शामिल हुए थे। दो दिन पहले गाजा के राफा क्षेत्र में एक अस्पताल में जाते समय उनकी मौत हो गई। वे संयुक्त राष्ट्र का झंडा लिए हुए एक वाहन में यात्रा कर रहे थे, तभी वह आग की चपेट में आ गए।
#WATCH | Thane, Maharashtra: The family of Colonel Vaibhav Anil Kale (Retd) remembers him. The ex-serviceman had recently joined as security service coordinator with the UN and was killed while going to a hospital in Rafah region of Gaza two days back.
— ANI (@ANI) May 15, 2024
He was travelling in a… pic.twitter.com/V5LFGyTLd3
#WATCH | Mugdha Ashok Kale, aunt of Col Vaibhav Anil Kale (Retd), says, "…He came from a very happy family so he was not worried about anything. He was brought up with a lot of love and care…They are all patriots in his family. So, they wanted him to join the Defence…When… pic.twitter.com/jLft7xM53L
— ANI (@ANI) May 15, 2024
साल 2022 में सेना से लिया रिटायरमेंट
बता दें कि कर्नल वैभव काले ने भारतीय सेना से साल 2022 में रिटायरमेंट का समय पूरा होने से पहले रिटायरमेंट ले लिया था। उनको दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा और संरक्षा विभाग में सुरक्षा समन्वय अधिकारी नियुक्त किया था।
साल 2000 में भारतीय सेना में हुए थे शामिल
एक करीबी रिश्तेदार ने मीडिया को बताया कि रिटायर्ड कर्नल अनिल काले भारतीय सेना में 1998 में शामिल हुए थे। उन्होंने 2009 और 2010 के बीच संयुक्त राष्ट्र में आकस्मिक मुख्य सुरक्षा अधिकारी के रूप में भी काम किया। वे 1999 में एनडीए से पासआउट हुए थे। आईएमए से पासआउट होने के बाद उन्हें 2000 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। वह पत्नी अमृता और दो बच्चों को छोड़ गए हैं।
रिटायरमेंट के बाद पुणे में रहते थे रिटायर्ड कर्नल
सेना से रिटायरमेंट लेने के बाद वह अपने परिवार के साथ पुणे में रहने लगे थे। काले का पार्थिव शरीर मिस्र के रास्ते भारत लाया जाएगा और पुणे में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।