State Capital Region: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एनसीआर (National Capital Region) की तर्ज पर एससीआर (State Capital Region) बनाने के लिए एक्शन मोड में काम कर रही है। इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। सरकार ने यूपी की राजधानी लखनऊ, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली और बाराबंकी को मिलाकर SCR बनाने का फैसला किया है। राज्य राजधानी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) होंगे। साथ ही मुख्य सचिव समेत तमाम अधिकारियों को भी इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
State Capital Region: एससीआर के लिए प्राधिकरण का गठन
यूपी राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) को लेकर एक अथॉरिटी का गठन किया गया है। जिसे उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (Uttar Pradesh State Capital Region Development Authority) के नाम से जाना जाएगा। इस अथॉरिटी के अध्यक्ष सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे, जबकि मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। विभागीय अपर मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, कई महत्वपूर्ण विभागों के अपर मुख्य सचिव और सचिव पदेन सदस्य होंगे। सभी 6 जिलों के डीएम और प्राधिकरण उपाध्यक्ष भी इसके सदस्य होंगे।
मुंबई में इमारत का हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत, 13 घायल
इसके अलावा, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक भी पदेन सदस्य होंगे। साथ ही भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय की ओर से नामित अधिकारी भी इस प्राधिकरण के सदस्य होंगे। वहीं, एससीआर प्राधिकरण के सचिव मंडलायुक्त लखनऊ होंगे।
State Capital Region के तहत इतनी भूमि का होगा अधिग्रहण
जारी अधिसूचना के मुताबिक, इस योजना के तहत कुल 27,860 वर्ग किलोमीटर की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। आइए जानते हैं इस मास्टर प्लान के लिए किस जिले की कितनी भूमि अधिकृत की जाएगी।
जिला | अधिग्रहण के लिए जमीन |
लखनऊ | 2528 वर्ग किलोमीटर |
हरदोई | 5986 वर्ग किलोमीटर |
सीतापुर | 5743 वर्ग किलोमीटर |
रायबरेली | 4609 वर्ग किलोमीटर |
उन्नाव | 4558 वर्ग किलोमीटर |
बाराबंकी | 4402 वर्ग किलोमीटर |
Guru Purnima 2024: गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है, जानिए इसका महत्व
दरअसल, यूपी देश का पहला राज्य होगा, जहां न केवल इस तरह का कदम उठाया जा रहा है, बल्कि उस पर अमल भी हो रहा है। एनसीआर की तर्ज पर ही एससीआर में लखनऊ और उसके आसपास के जिलों का विकास लखनऊ के तहत ही किया जाएगा। कुल मिलाकर नोएडा-गाजियाबाद की तरह ही लखनऊ और उसके आसपास के जिलों की भी तस्वीर बदल जाएगी।