Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मच गई, जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए और कई की मौत हो गई। यह घटना संगम नोज के पास हुई, जहां श्रद्धालु स्नान के लिए इकट्ठे हुए थे। इस घटना के बाद 13 अखाड़ों ने फैसला लेते हुए अपना अमृत स्नान टाल दिया था, लेकिन बाद में हालात के सही हो जाने पर स्नान रद्द करने का फैसला बदल दिया गया। प्रशासन भी आम श्रद्धालुओं के संगम पर स्नान जारी रखने की बात कर रहा है।
भगदड़ के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू
भगदड़ के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने बताया कि भगदड़ के समय नागा साधुओं के आने से भीड़ में दबाव बढ़ गया था। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या भी भगदड़ का एक कारण बनी।
प्रशासन ने घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया
प्रशासन ने घायलों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया। इसके अलावा, विशेष रक्षक दल समेत प्रशासन और वॉलेंटियर्स भीड़ को संभालने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की जानकारी ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की जानकारी ली और प्रशासन को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कहा। इसके अलावा, विपक्षी दलों ने भी घटना पर चिंता व्यक्त की और प्रशासन से जांच करने के लिए कहा।
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए प्रशासन को अधिक सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए थी। इसके अलावा, श्रद्धालुओं को भी सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए।











