Hathras Stampede Incident: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए भगदड़ हादसे के बाद अब हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल सिंह के वकील ने दावा किया है कि हादसे के दौरान कुछ अज्ञात लोगों के पास जहरीले स्प्रे थे, जिसके कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। यही वजह थी कि लोग सांस लेने के लिए खुले स्थानों पर इधर-उधर भागने लगे और भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से 121 लोगों की मौत हो गई।
Hathras Stampede Incident: अज्ञात लोगों के पास थे जहरीले स्प्रे
मीडिया से बातचीत के दौरान नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के वकील ने दावा किया कि बाबा की लोकप्रियता को देखते हुए इस घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि सत्संग कार्यक्रम के दौरान कुछ अज्ञात लोग जहरीले स्प्रे लेकर आए थे। वे लोग जहरीले स्प्रे छिड़कते हुए गाड़ी से भाग गए। उन्होंने कहा कि SIT से आग्रह करता हूं कि वह इसकी जांच करे कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं।
हाथरस हादसा: मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर गिरफ्तार, 1 लाख का था इनाम
साथ ही उन्होंने मांग की है कि पुलिस घटना के पहले और बाद का सीसीटीवी सीज करे क्योंकि उसी से साजिश करने वालों का पता चलेगा। यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या का मामला है।
बता दें कि इससे पहले नारायण साकार विश्व हरि पर लग रहे आरोपों के बीच उनके वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि भगदड़ मचने से पहले ही बाबा कार्यक्रम स्थल से चले गए थे। एपी सिंह ने दावा किया कि सत्संग कार्यक्रम के बाद लोग नारायण साकार हरि के पैर छूने के लिए उनके पीछे भागे, लेकिन उनके यहां पैर छूने की प्रथा नहीं है। उनके यहां चंदा, डोनेशन और दानपात्र की कोई व्यवस्था नहीं है।
एपी सिंह ने दावा किया कि नारायण साकार हरि फोन नहीं रखते हैं और न ही किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने हमेशा साधारण जीवन जीया है। उन पर जो भी आरोप और प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं, वे झूठे, मनगढ़ंत और साजिश हैं। वे सनातन धर्म के प्रवर्तक हैं, इसलिए कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश के तहत ये कर रहे हैं।
Hathras Stampede Case: मुख्य आरोपी को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा