Ansal Group Scam: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में गोमती नगर पुलिस स्टेशन में रियल एस्टेट डेवलपर अंसल प्रॉपर्टीज के खिलाफ घर खरीदारों को ठगने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में इंफ्रा लिमिटेड के प्रमोटर्स प्रणव अंसल, सुशील अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फ्रांसेट पैट्रिका एटकिंसन और विनय कुमार सिंह (निदेशक) का नाम भी शामिल है।
एफआईआर की दर्ज करने के पीछे की कहानी
यह एफआईआर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को मामले में सख्त कार्रवाई करने और राज्य के उन सभी जिलों में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने के एक दिन बाद आया है जहां घर खरीदारों को ठगा गया है। इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आश्वासन दिया कि अंसल ग्रुप द्वारा धोखा दिए गए आवंटियों को न्याय मिलेगा।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बयान
यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा, “मुझे पता चला है कि अंसल के सभी आवंटियों के साथ धोखाधड़ी की गई है। मामला सरकार के संज्ञान में आ गया है। मुख्यमंत्री ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। हर हाल में वहां के आवंटियों को न्याय मिलेगा।”
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। अंसल ग्रुप द्वारा कथित तौर पर घर खरीदारों को ठगने के मामले का संज्ञान लेते हुए सीएम ने उन सभी जिलों में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया जहां खरीदारों को ठगा गया है। सीएम ने सख्त कार्रवाई के लिए एक विशेष टीम बनाने का भी निर्देश दिया।
एफआईआर की विस्तृत जानकारी
एफआईआर उत्तर प्रदेश के लखनऊ के गोमती नगर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316(5), 318(4), 61(2), 352, 351(2), 338, 336(3), 340(2), 111 और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम, 1984 की धारा 3 के तहत दर्ज की गई है।
मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। अंसल ग्रुप द्वारा कथित तौर पर घर खरीदारों को ठगने के मामले का संज्ञान लेते हुए सीएम ने उन सभी जिलों में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया जहां खरीदारों को ठगा गया है।