Zika Virus New Case: जीका वायरस भारत में भी पांव पसारने लगा है। इससे जुड़े मामले पुणे से सामने आए हैं। पुणे में जीका वायरस के दो और मरीज मिले हैं। शहर में अब तक जीका वायरस के 15 केस सामने आ चुके हैं। बता दें कि इस वायरस की चपेट में पुणे में एक गर्भवती महिला भी आ चुकी है।
संक्रामक बीमारी है जीका वायरस
जीका वायरस मच्छर जनित एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह लोगों में एडीज मच्छरों के काटने से होता है और इससे संक्रमित मरीज जब किसी दूसरे के संपर्क में आता है, उसे भी इससे संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर समय पर इसका सही से उचित इलाज नहीं कराया जाए, तो यह खतरनाक भी साबित हो सकता है।
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क्यों खतरनाक है जीका वायरस
जीका वायरस संक्रमण एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इस मच्छर से डेंगू और चिकनगुनिया भी होता है। हालांकि, जीका संक्रमण से मौत नहीं होती है, लेकिन इसमें संक्रमित गर्भवती महिला के शिशु में ‘माइक्रोसेफेली’ की समस्या हो सकती है, जिसमें उसके सिर का आकार अपेक्षाकृत बहुत छोटा हो जाता है। परामर्श में कहा गया है कि चूंकि जीका वायरस से संक्रमित गर्भवती महिलाओं के भ्रूण में ‘माइक्रोसेफेली’ और तंत्रिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए राज्यों को सलाह दी गई है कि वे चिकित्सकों को इसकी करीबी निगरानी करने के लिए कहें।
ये हैं लक्षण
इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति में सामान्यतः बुखार, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द और आंखों का लाल होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
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इसके लिए नहीं है कोई खास दवा
बता दें, वायरस से निपटने के लिए अभी कोई खास दवा नहीं बनाई गई है। अभी इस वायरस से पीड़ित मरीज को बुखार और दर्द से संबधित दवाएं दी जाती हैं। जीका से बचने के उपाय जीका वायरस से बचने लिए अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें, पूरी बाजू वाले कपड़े पहनें, संक्रमित मरीजों वाले इलाके में जाने से बचें, साथ ही खानपान का विशेष ध्यान दें।