आने वाले गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली मेट्रो की सेवाएं सुबह चार बजे से शुरू हो जाएंगी। इसकी जानकारी देते हुए डीएमआरसी ने बताया कि सभी लाइनों पर मेट्रो शुक्रवार 26 जनवरी को सुबह चार बजे से संचालित होगी ताकि जो लोग गणतंत्र दिवस की परेड देखने कर्तव्य पथ आ रहे हैं उन्हें सहुलियत हो सके। सुबह चार से छह बजे तक हर आधे घंटे में मेट्रो सेवा संचालित होगी। इसके बाद सामान्य समय पर मेट्रो को संचालन होगा।
दिल्ली में 25 की रात से 26 जनवरी को परेड खत्म होने तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इस कारण सभी 24 बॉर्डरों पर मंगलवार सुबह तक काफी संख्या में वाहन एकत्रित हो गए।
इस बार गणतंत्र दिवस परेड का आगाज भारतीय सेनाओं का मार्चिंग दस्ता नहीं करेगा। पहली बार 75वें गणतंत्र दिवस परेड का उद्घोष 100 महिला कलाकार ” आह्वान ” (युद्ध का आह्वान) थीम पर पारंपरिक वाद्ययंत्र, संगीत, शंख, नागड़ा, ढोल, ताशा, तुतारी बजाते हुए करेंगी। इसका अर्थ है कि प्राचीन काल में युद्ध शुरू होने और युद्ध के दौरान जैसे शंखनाद होता था, उसी तर्ज पर कर्तव्य पथ पर शंखनाद होगा। भारत के इतिहास में पहली बार परेड की शुरुआत रक्षा मंत्रालय की जगह संस्कृति मंत्रालय करेगा। परेड में हजारों साल पुरानी संस्कृति, कला, लोकतंत्र के साथ-साथ वर्ष 2047 में नये भारत की झलक भी दिखेगी।
कर्तव्य पथ पर ” अनंत सूत्र – द एंडलेस थ्रेड ” में 1900 प्राचीन पारंपरिक साड़ियों को जानने का मौका मिलेगा। दर्शक दीर्घा में सीटों के पीछे क्यूआर कोड के साथ साड़ियों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें देशभर की पारंपरिक पहचान को दर्शाती साड़ियों को देखने और जानने का मौका मिलेगा। विदेशी मेहमानों की दीर्घा में दो साड़ी होंगी। इसमें एक 150 साल पुरानी कश्मीर -पंजाब बार्डर पर पारंपरिक गोटापट्टी पर आधारित साड़ी डिस्प्ले होगी। जबकि दूसरी बच्चों द्वारा तैयार पेंटिंग वाली साड़ी होगी।