प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम के एक कार्यक्रम शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने ‘सहकारी क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना’ के पायलट प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया, जो 11 राज्यों में 11 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों में किया जा रहा है। पैक्स को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी ने 2500करोड़ का निवेश किया।
इस पहल का उद्देश्य पैक्स गोदामों को खाद्यान्न आपूर्ति श्रृंखला के साथ निर्बाध रूप से एकीकृत करना, खाद्य सुरक्षा को मजबूत करना और नाबार्ड द्वारा समर्थित और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के नेतृत्व में सहयोगात्मक प्रयास के साथ-साथ देश में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं पैक्स व केंद्रीय सहकारता को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूँ। आज 18 हजार पैक्स लॉन्च किए जाएंगे, जिसकी सहायता से दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना शुरू की जाएगी। पैक्स को मजबूत करने के लिए भारत सरकार ने 2,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
इस पहल में निर्बाध एकीकरण और कनेक्टिविटी सुनिश्चित करते हुए सभी कार्यात्मक पैक्स को एकीकृत एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) आधारित राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर में परिवर्तित शामिल है। राज्य सहकारी बैंकों और जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से इन पैक्स को नाबार्ड के साथ जोड़कर, परियोजना का उद्देश्य पैक्स की संचालन दक्षता और शासन को बढ़ावी देना है, जिसकी सहायता से करोड़ों छोटे और सीमांत किसानों को लाभ होगा। नाबार्ड ने इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय स्तर का कॉमन सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो देश भर में पीएसीएस की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सक्षम है।