किसानों के दिल्ली कूच का असर सबसे ज्यादा पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर देखने को मिल रहा है। दिल्ली की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने ड्रोन की सहायता से आंसू गैस के गोले छोड़े।
शंभू सीमा पार करने की कोशिश करते समय किसानों को अपने ट्रैक्टरों के साथ सीमेंट बैरिकेड को हटाने का प्रयास करते देखा गया। पुलिस ने पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी क्योंकि उन्होंने बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की थी। पुलिस ने स्थिति को अनियंत्रित होने के बाद ड्रोन की सहायता से आंसू गैस के गोले छोड़े।
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर पुलिस ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कंक्रीट स्लैब, लोहे की कीलें, बैरिकेड्स, कंटीले तार, पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया है।
ये हैं किसानों की मांगे…
1. किसानों की सबसे खास मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानून बनना है।
2. किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग भी कर रहे हैं।
3. आंदोलन में शामिल किसान कृषि ऋण माफ करने की मांग भी कर रहे हैं।
4. किसान लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
5. भारत को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकाला जाए।
6. कृषि वस्तुओं, ओं दूध उत्पादों, दों फलों, लों सब्जियों और मांस पर आयात शुल्क कम करने के लिए भत्ता बढ़ाया जाए।
7. किसानों और 58 साल से अधिक आयु के कृषि मजदूरों के लिए पेंशन योजना लागू करके 10 हजार रुपए प्रति माह पेंशन दी जाए।
8. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सुधार के लिए सरकार की ओर से स्वयं बीमा प्रीमियम का भुगतान करना, सभी फसलों को योजना का हिस्सा बनाना और नुकसान का आकलन करते समय खेत एकड़ को एक इकाई के रूप में मानकर नुकसान का आकलन करना।
9. भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को उसी तरीके से लागू किया जाना चाहिए और भूमि अधिग्रहण के संबंध में केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को दिए गए निर्देशों को रद्द किया जाना चाहिए।
10. कीटनाशक, बीज और उर्वरक अधिनियम में संशोधन करके कपास सहित सभी फसलों के बीजों की गुणवत्ता में सुधार किया जाए।
16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान
ऑल इंडिया किसान सभा ने भी किसानों के आंदोलन से फिलहाल दूरी बनाई हुई है, जबकि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी भारत बंद का आह्वान किया गया है, जिसमें तमाम किसान और मजदूर पूरे दिन हड़ताल और काम बंद करेंगे. दोपहर 12 बजे से लेकर के शाम 4 बजे तक देश के सभी राष्ट्री य राजमार्गों का घेराव किया जाएगा और हाईवे बंद किए जाएंगे. ऑल इंडिया किसान सभा का कहना है कि सरकार ने स्वामीनाथन को भारत रत्न दे दिया, लेकिन उनकी सिफारिश नहीं मानी गई हैं।