राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को पारंपरिक घोड़ा-गाड़ी में बजट सत्र के लिए नए संसद भवन पहुंचीं, जिसे आखिरी बार हाल के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान देखा गया था। बजट सत्र की शुरुआत से पहले संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए राष्ट्रपति मुर्मू आज गार्डों के साथ बग्घी में सवार होकर संसद के लिए रवाना हुईं।
संसद पहुंचने पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। उनके संबोधन से पहले सदन में पवित्र ‘सेन्गोल’ की रस्में आयोजित की गईं। राष्ट्रपति के आगमन के साथ ही ‘सेन्गोल’ को संसद में ले जाया गया और उनकी उपस्थिति में इसे सदन में स्थापित किया गया।
इस साल 28 मई को पीएम मोदी ने पूजा करने के बाद नए संसद भवन में स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में लोकसभा कक्ष में गोल्डन स्पेक्टर स्थापित किया। नए संसद भवन में स्थापित करने से पहले पीएम मोदी को अधिनम्स द्वारा ऐतिहासिक ‘सेन्गोल’ सौंपा गया।
पीएम मोदी ने सेनगोल को अमृत काल के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाने का फैसला लिया। यह वही सेनगोल है जिसे 14 अगस्त की रात भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अपने आवास पर कई नेताओं की मौजूदगी में स्वीकार किया था। गणतंत्र दिवस परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन पारंपरिक बग्घी में राष्ट्रीय राजधानी के औपचारिक बुलेवार्ड कर्तव्य पथ पर पहुंचे, जिसने 40 वर्षों के बाद इस कार्यक्रम में वापसी की।
इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले संसद का आखिरी सत्र इस साल अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है, जिसमें 10 दिनों में कुल आठ बैठकें होंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार (1 फरवरी) को अंतरिम बजट पेश करेंगी। लोकसभा और राज्यसभा की कार्य सूची के अनुसार राष्ट्रपति के अभिभाषण के आधे घंटे बाद दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी। राज्यसभा और लोकसभा के महासचिव राष्ट्रपति के अभिभाषण की एक प्रति अपने-अपने सदन के पटल पर रखेंगे।
केंद्र सरकार ने संसद के अंतरिम बजट सत्र से पहले मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने अपने उद्घाटन भाषण में बताया कि संसद का सत्र 9 फरवरी को समाप्त हो सकता है। उन्होंने कहा सत्र में 10 दिनों की अवधि में 8 बैठकें होंगी।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सत्र मुख्य रूप से वर्ष 2024-25 के अंतरिम केंद्रीय बजट से संबंधित वित्तीय व्यवसाय और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए समर्पित होगा, हालांकि आवश्यक विधायी और अन्य व्यवसाय भी किए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के अनुदान की अनुपूरक मांगों के साथ-साथ 2024-25 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के अंतरिम बजट पर प्रस्तुति और चर्चा भी की जाएगी और मतदान किया जाएगा।