दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ की जेल नंबर दो की बैरक में बंद है। केजरीवाल को कथित शराब घोटाले मामले में 15 दिनों की न्याय हिरासत में तिहाड़जेल में भेजा गया है। सोमवार 1 अप्रैल 2024 को शाम 4:10 पर अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ में कदम रखा। इसी के साथ 15 अप्रैल तक अब यह अरविंद केजरीवाल का नया पता होगा। बैरक नंबर दो में अरविंद केजरीवाल से पहले आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह भी बंद थे उन्हें हाल ही में जेल के बैरक नंबर पांच में शिफ्ट कर दिया गया है वहीं मनीष सिसोदिया को जेल नंबर एक में रखा गया है। इसके अलावा शराब घोटाले मामले में चौथी आरोपी कविता को लेडी जेल के नंबर 6 में रखा गया है। तो वहीं दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल की 7 नंबर जेल में रखा गया है।
6 लोगों से मिल सकेंगे केजरीवाल
जेल के नियमों के मुताबिक कोई भी कैदी 10 लोगों के नाम जेल प्रशासन को दे सकता है जिससे वह जेल में रहते मुलाकात करना चाहता हो अभी तक अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ 6 लोगों के नाम तिहाड़ जेल प्रशासन को लिखवाए हैं हालांकि नियम यह भी कहता है कैदी जो भी नाम दिए जाते हैं उसमें अपने हिसाब से बदलाव भी कर सकता है। केजरीवाल ने पत्नी सुनीता, बेटा पुलकित, बेटी हर्षिता, दोस्त संदीप पाठक, पीए विभव कुमार, और एक दोस्त का नाम जेल प्रशासन को दिया है।
अरविंद केजरीवाल हफ्ते में दो वीडियो कॉल कर सकते हैं, 5 मिनट की एक नॉर्मल कॉल केजरीवाल कर सकते हैं यह कॉल रिकॉर्ड होती हैं। केजरीवाल को कोर्ट के आदेश पर यह सुविधा दी जा रही हैं।
केजरीवाल को नया पता होगा तिहाड़ जेल का बैरक नंबर दो
अरविंद केजरीवाल जेल नंबर दो की बैरक में रह रहे हैं। वह लगभग 14 फीट लंबी है और 8 फीट चौड़ी है, जिसमें एक टॉयलेट है। एक टीवी होगा, सीमेंट का ऊंचा बनाया हुआ एक चबूतरा है जिस पर बिछाने के लिए चादर दी जाएगी। वहीं, ओढ़ने के लिए एक कंबल होगा। इस बैरक में दो बाल्टिया दी गई हैं। एक बाल्टी में पीने का पानी रखा गया है तो वही एक बाल्टी को नहाने या कपड़ा धोने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ ही एक जग भी दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को स्पेशल डाइट, टेबल, कुर्सी दवाइयां, गद्दा, चादर, दो तकिया, दरी और चश्मा भी उपलब्ध कराए जाने की मांग की थी। केजरीवाल की बैरक के बाहर चार सुरक्षाकर्मी हर वक्त तैनात रहेंगे और बैरक को 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रखा जाएगा।