दिल्ली में आवारा कुत्तों का खौफ हर रोज़ बना रहता है। ऐसा ही एक खौफनाक मामला साउथ दिल्ली के वसंतकुंज इलाके से आया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 10 मार्च को दोपहर 3:10 बजे एक लड़के आनंद (आयु- 7 वर्ष) निवासी रंगपुरी, वसंत कुंज के लापता होने की सूचना वसंत कुंज थाने में मिली थी। सूचना मिलने के बाद एसएचओ वसंत कुंज साउथ स्टाफ और लापता बच्चे की मां के साथ बच्चे की तलाश के लिए रवाना हुए। पीड़ित की झुग्गी के बगल के जंगल में बच्चे की काफी तलाश की गई। दो घंटे की तलाश के बाद एक सुनसान जगह में दीवार के पास बच्चे आनंद का शव मिला। बच्चे के शरीर पर कई चोट के निशान थे जो किसी जानवर के काटने के लग रहे हैं।
पड़ोसियों और स्थानीय निवासियों से पूछताछ करने पर पता चला कि जंगल क्षेत्र के अंदर कई आवारा कुत्ते हैं जो क्षेत्र की बकरियों और सूअरों पर हमला करते हैं। एफएसएल टीम और क्राइम टीम ने अपराध स्थल का निरीक्षण किया। आईपीसी की धारा 302 में थाना वसंत कुंज साउथ के तहत एक मामला दर्ज किया गया और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था।
इस घटना के दो दिन बाद यानी 12 मार्च को सुबह 8 बजे के करीब एक और बच्चा आदित्य उम्र 5 साल जो मृतक का छोटा भाई है अपने 24 साल के मौसेरे भाई चंदन के साथ उसी जगह पर शौच के लिए गया था। चंदन आदित्य से कुछ दूरी पर था। कुछ देर बाद जब चंदन वापस उस जगह पहुंचा जहां उसने आदित्य को छोड़ा था तो उसने आदित्य को आवारा कुत्तों से घिरा घायल हालत में पाया। इस मामले की जांच के लिए थाना वसंत कुंज साउथ के एसआई महेंद्र भी उसी क्षेत्र में मौजूद थे। जब उन्होंने शोर सुना और बच्चे पर कुत्तों के हमले के बारे में पता चला तो वह तुरंत पीड़ित को अपनी निजी कार में इलाज के लिए इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर, वसंत कुंज ले गये जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दोनों बच्चों का पोस्टमार्टम करा लिया गया है और पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले की जांच चल रही है।