राष्ट्रीय राजधानी में छाए घने कोहरे के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक दृश्यता 50 मीटर तक गिर जाने के कारण उड़ान संचालन बाधित हो गया है। 50 मीटर की दृश्यता को शून्य दृश्यता माना जाता है। सुबह 8.30 बजे दृश्यता में थोड़ा सुधार हुआ जब दृश्यता 75 मीटर थी लेकिन यह फिर से घटकर 50 मीटर रह गई।
हवाई अड्डे के सूत्रों के अनुसार उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है क्योंकि मौसम की स्थिति के कारण कई उड़ानों में देरी हुई है। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हवाईअड्डे पर मौसम की स्थिति के कारण सुबह 8.30 से 10 बजे के बीच पांच उड़ानों को जयपुर डायवर्ट किया गया।
इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट ने लगातार दूसरे दिन फिर यात्री एडवाइजरी जारी की। दिल्ली द्वारा जारी सलाह में कहा गया है “जबकि दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंडिंग और टेक-ऑफ जारी है सीएटी III अनुपालन नहीं करने वाली उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। यात्रियों से अद्यतन उड़ान जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करने का अनुरोध किया जाता है। किसी भी असुविधा के लिए गहरा खेद है।”
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने एंटी-फॉग लैंडिंग सिस्टम शुरू किया जिसे तकनीकी रूप से CAT-llll इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) कहा जाता है। रनवे पर दृश्यता का स्तर कम होने पर CAT ILI प्रणाली सटीक दृष्टिकोण और लैंडिंग में मदद करती है।
इस बीच उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है क्योंकि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, गाजियाबाद और मेरठ तथा पंजाब के मोगा जैसे शहरों को शीत लहर का सामना करना पड़ा। आईएमडी ने मंगलवार सुबह सैटेलाइट तस्वीरें जारी कीं जिसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कोहरे की परत फैली हुई दिखाई दे रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र भी मंगलवार सुबह कोहरे की घनी चादर से ढका हुआ था क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में तापमान लगभग 7 डिग्री तक गिर गया। आईएमडी ने राष्ट्रीय राजधानी में घने कोहरे के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर संभावित प्रभाव की भी चेतावनी दी।
आईएमडी ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा ‘’घने कोहरे में पार्टिकुलेट मैटर और अन्य प्रदूषक होते हैं और उजागर होने पर यह फेफड़ों में जमा हो जाते हैं जिससे वे अवरुद्ध हो जाते हैं और उनकी कार्यात्मक क्षमता कम हो जाती है जिससे घरघराहट, खांसी और सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है। आईएमडी की विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि कोहरे की स्थिति आंख की झिल्लियों में जलन पैदा कर सकती है जिससे विभिन्न संक्रमण हो सकते हैं जिससे आंख में लालिमा या सूजन हो सकती है।‘’