अरविंद केजरीवाल के बंगले पर 45 करोड़ रूपये खर्च हुए. जी हां ऐसा ही दावा किया है दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने. आपको जानकर और भी आश्चर्य होगा कि ये 45 करोड़ किसी बंगले को खरीदने या बनाने में खर्च नहीं हुए बल्कि ये 45 करोड़ केवल बंगले को सजाने संवारने में खर्च हुए है.
कई लोग तो 45 करोड़ का बंगला लेने का सपना भी नहीं देखते और यहां देखिए 45 करोड़ तो केवल बंगले को सजाने संवारने में खर्च हो रहे हैं. वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल के घर और ऑफिस को सजाने में 45 करोड़ रूपए खर्च किए गए है.
वहीं आम आदमी पार्टी भी इसके बाद कहां चुप रहने वाली थी आम आदमी पार्टी ने भी भाजपा के ऊपर वार करना शुरू कर दिया. आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह भी कहां पीछे रहने वाले थे. संजय सिंह ने कहा कि ” प्रधानमंत्री का घर ठीक करने में 500 करोड़ रूपए लगे. 8400 करोड़ का जहाज खरीदा गया. पीएम 12 करोड़ की कार से चलते है, सवा लाख के पेन से लिखते है. 10 लाख का सूट और 106 लाख का चश्मा पहनते है.”
जनता के पास बेशक कुछ ना हो लेकिन नेताओं के पास किसी भी चीज की कोई कमी नहीं होती है. केजरीवाल के बंगले पर जो पैसा खर्च हुआ है उसमें 11 करोड़ तीस लाख तो केवल इंटीरियर डेकोरेशन पर खर्च हुए हैं वहीं 6 करोड़ का मार्बल लगा है. करीब तीन करोड़ की तो इलेक्ट्रोनिक फिटिंग हुई है. वहीं केवल इंटीरियर कंसल्टेंसी के लिए एक करोड़ का खर्चा हुआ है. 8 करोड़ से ज्यादा तो मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय पर उनके आधिकारिक आवास पर खर्च किए गए है. जब बीजेपी और आप में रस्साकशी चल रही थी तब कांग्रेस भी कहां पीछे रहने वाली थी. कांग्रेस ने भी आप पर हमला करने का मौका हाथ से नहीं जाने दिया कांग्रेस के नेता अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल को अपना शपथ पत्र याद करना चाहिए. शपथ पत्र में केजरीवाल ने कहा था कि मैं लालबत्ती, गाड़ी, सुरक्षा, बंगला नहीं लूंगा. और टैक्स पेयर्स की गाढ़ी कमाई से केजरीवाल 45 करोड़ का बंगला बनवाने के बाद सीएम केजरीवाल को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.