दिल्ली हाईकोर्ट की न्यायाधीश जस्टिस प्रतिभा मनिंदर सिंह ने एक मिसाल कायम की है। सालों से चली आ रहीं प्रथा को तोड़कर जज साहिबा ने गुरुवार को कोर्टरूम में डायस यानी मंच पर खड़े रहकर अदालत की पूरी कार्यवाई की। प्रतिभा मनिंदर सिंह का कहना है कि शरीर में दर्द की वजह से उन्होंने खड़े रहकर सुनवाई करने का फैसला लिया। ऐसा कर उन्होंने काम के प्रति बेहतर संदेश देने के साथ-साथ रिकॉर्ड भी स्थापित किया है। एडवोकेट अभिषेक प्रसाद ने बताया कि कोर्ट रूम की परंपरा रही है कि जज बैठकर और वकील खड़े रहकर कार्यवाही पूरी करते हैं, मगर जस्टिस सिंह ने शरीर में दर्द रहने के बाद भी खड़े होकर सुनवाई पूरी की, जबकि वे आसानी से दिनभर की कार्यवाही को स्थगित कर सकती थीं।