दिल्ली पुलिस का एक ऐसा कारनामा सामने आया है जिसको सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगें। होली पर हुडदंग कर रहे एक शख्स को पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) ने कुचल दिया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें गाजीपुर एसएचओ धीरज कुमार अपनी गलती मान रहे हैं। दरअसल दिल्ली के गाजीपुर इलाके में कथित तौर पर हुड़दंग कर रहे एक शख्स पर पीसीआर ने अपनी गाड़ी ही चढ़ा दी। इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि पीसीआई सोनू नाम के शख्स पर गाड़ी चढ़ा रही है। इस घटना ने दिल्ली पुलिस को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। सवाल ये उठता है कि
-जिस तरीके से पीसीआर स्टाफ ने मामले को डील किया क्या वो सही था?
-क्या दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने हुड़दंग करने वालों को कुचल देने का फरमान जारी किया है?
-पीसीआर कर्मी को ये अधिकार किसने दिया कि वो किसी को भी कुचल दे?
ये मामला होली के दिन का है। कुछ लोग गाजीपुर इलाके में अपने घर के आगे डांस कर रहे थे। तभी एक पीसीआर गाड़ी मौके पर पहुंची और उसने एक शख्स को कुचल दिया। गनीमत रही वो बच गया, वरना कुछ भी हो सकता था। पीड़ित का नाम सोनू है। सोनू का कहना है कि बिना बात के उस पर गाड़ी चढ़ाई गई और उसके बाद उसके परिजनों के साथ बदसलूकी भी की।
पुलिस का क्या कहना है?
08/03/2023 की दोपहर में पीएस गाजीपुर में एक पीसीआर कॉल हुई जिसमें कॉल करने वाले ने बताया कि “बी 260, जीडी कॉलोनी, एमवी पीएच III यहां पर कुछ लड़कों ने हंगामा कर रखा है (कुछ लड़के हैं) मकान नंबर बी 260, जीडी कॉलोनी एमवी III दिल्ली में हंगामा कर रहे हैं।) पीसीआर कॉल प्राप्त होने पर निकटतम पीसीआर वैन यानी आर / 12 अल्फा प्रभारी एचसी शाहनवाज द्वारा संचालित) और सीटी राहुल (ड्राइवर) उस जगह की ओर निकल पड़े।
मौके पर कुछ लड़के/पुरुष शराब के नशे में थे और सड़क पर नाच रहे थे और पास से गुजर रहे पड़ोसियों/लोगों के साथ बदसलूकी कर रहे थे। फोन करने वाले रोहित पुत्र दिनेश कुमार निवासी जीडी कॉलोनी, मयूर विहार-III, दिल्ली ने कर्मचारियों से मुलाकात की और बताया कि ‘ये व्यक्ति बी 274 जीडी कॉलोनी एमवी III दिल्ली के पास डांस कर रहे थे, सभी नशे में थे और काफी देर से हंगामा कर रहे थे। वे जबरन वहां से गुजर रहे लोगों पर रंग डाल रहे थे और उन्होंने उसके साथ भी ऐसा ही किया।
जब पीसीआर स्टाफ मौके पर पहुंचा तो हंगामा कर रहे लोगों ने पीसीआर स्टाफ को भद्दे इशारे से धमकाना शुरू कर दिया। चूंकि पुलिस कर्मचारियों की संख्या कम थी इसलिए पीसीआर कर्मचारियों ने वाहन को वहां से हटाने की कोशिश की। अचानक उनमें से एक ने गली से कुछ उठाकर पीसीआर वैन के शीशे पर फेंक दिया जिससे चालक सी.टी. राहुल को तुरंत ब्रेक लगाना पड़ा लेकिन पीसीआर रुकने से पहले सोनू पुत्र बहादुर निवासी जीडी कॉलोनी एमवी III दिल्ली आयु 25 वर्ष से टकरा गई।
पीसीआर स्टाफ ने तुरंत घटना की सूचना थानेदार को दी। हंगामा कर रहे लोगों ने स्टाफ समेत पीसीआर को घेर लिया और उनके साथ भी बदसलूकी की। इसी बीच थाना प्रभारी समेत थाने का अमला मौके पर पहुंच गया। मौके पर और बल आता देख हंगामा कर रहे लोग मौके से भाग खड़े हुए। एसएचओ ने स्थिति को संभाला। सोनू और सीटी राहुल की चिकित्सकीय जांच की गई और एमएलसी के अनुसार उन्हें साधारण चोटें आईं। एमएलसी के मुताबिक गुंडे नशे की हालत में थे। हालांकि, पीसीआर स्टाफ पर लगे आरोपों को खारिज करने के लिए उनकी एमएलसी भी कराई गई जिसमें पता चला कि वे नशे में नहीं थे।
सोनू ने इस बात का जिक्र करते हुए अपना बयान दिया कि वह इस घटना पर कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। हालांकि इस घटना के लिए पीसीआर स्टाफ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।