Lok Sabha Election 2024: पिछले कुछ सालों में भारतीय जनता पार्टी ने नॉर्थ इंडिया के हर राज्य में राज किया है। हर जगह उनकी सरकारी बनी है. उनके मुख्यमंत्री रह चुके हैं लेकिन पंजाब एक ऐसा सूबा है जहां पर बीजेपी को हर बार निराशा मिली है। लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है। पंजाब को नजदीक से जानने वालों का कहना है कि पंजाब में बीजेपी राज तो करना चाहती है लेकिन पंजाब के लिए कुछ करना नहीं चाहती है। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी पर काम ना करने का आरोप लगता रहा है और इस आरोप को हवा देते हैं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस।
हाल ही के दिनों में हरियाणा-पंजाब के किसानों ने बीजेपी का मुखर होकर विरोध किया। ये विरोध पंजाब में सबसे ज्यादा देखने को मिला। गांव के कुछ लोग पंजाब में बीजेपी के लिए कहते हैं कि आपने तो धारा 144 लगाई थी हमने आपके लिए 288 लगा दी है।
पंजाब को करीब से जानने वाले लोगों का कहना है कि पंजाब में एक हवा है। पंजाब में बीजेपी के बारे में एक बात कही जाती है कि बीजेपी पंजाब विरोध पार्टी हैं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी लगातार इस बात को हवा देते रहे हैं। इसके लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार लगातार तर्क भी देती रही है। पंजाब सरकार हाल ही के दिनों में आरोप लगाती रही है कि केंद्र सरकार ने पंजाब का काफी फंड रोक रखा है।
इसके अलावा भी पंजाब में बीजेपी के बारे में हवा है कि यहां पर बीजेपी के नेता सिर्फ वोट मांगने के लिए आते हैं। अगर वो चुनाव हार जाते हैं तो फिर वो कभी नहीं आते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिया है तो अरुण जेटली और हरदीप सिंह पूरी का। साल 2014 में जब पूरे देश में बीजेपी की हवा थी तो पंजाब के अमृतसर से जेटली को टिकट मिला। लेकिन वो यहां से करीब 1.5 लाख वोटों से हार गए। पंजाब में कहा गया है कि हार के बाद जेटली अमृतसर में नहीं आए। ऐसा ही कुछ साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला। अमृतसर से हरदीप सिंह पूरी को टिकट मिला। लेकिन उन्हें भी यहां से हार का सामने करना पड़ा। इस हार के बाद भी उन्हें केंद्र में मंत्री बना दिया गया। लेकिन वो दोबारा अमृतसर में नजर नहीं आए।
कभी पंजाब में सत्ता पर रहने वाली अकाली दल और शिरोमणी दल की हालात भी इस बार के चुनाव में कुछ ठीक नजर नहीं आ रही है। हाल ही सर्वे में भी ये नजर आ रहा है। पंजाब के बठिंडा के अलावा अकाली दल कहीं भी पंजाब में फाइट देते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
पंजाब के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि इस बार पंजाब में काली दल और शिरोमणी दल के बीच चौथे नंबर की फाइट है।