आज आईपीएल में आरसीबी और केकेआर का मैच है, 2008 में आईपीएल की शुरूआत ही इन दोनों के मैच के साथ ही हुई थी. आरसीबी ने अब तक खेले गए सात मैच में से चार मैच जीते है. अंकतालिका में आरसीबी पांचवे स्थान पर बना हुआ है. आरसीबी अपने पिछले दोनों मैच जीतकर आयी है तो आरसीबी के हौंसले बुलंद हैं, वहीं केकेआर ने अब तक सात में से केवल दो मुकाबले ही जीते है. केकेआर की टीम में अच्छे खिलाड़ी जरूर है लेकिन एक टीम के रूप में परफार्म करने में केकेआर अब तक नाकामयाब रही है. अगर रिंकू सिंह की बात छोड़ दे तो केकेआर के पास इस सीजन अच्छा कहने को कुछ भी नहीं है. केकेआर की गेंदबाजी इस बार बड़ी बेदम नजर आ रही है. आरसीबी की तरफ से मैक्सवेल, डुप्लेसिस, सिराज और हर्षल पटेल ने अच्छा काम किया है. आज का मैच रनो से भरे हुए बेंगलूरू के मैदान पर होगा. इस बार भी मुकाबला हाई स्कोरिंग होने की उम्मीद है. केकेआर को कप्तान नीतीश राना, इस आईपीएल की महफिल लूटने वाले रिंकू सिंह, जेसन रॉय से बड़े रनों की उम्मीद है. केकेआर के लिए आंद्रे रसेल और सुनील नारायण का फार्म में ना होना चिंता का बड़ा कारण है. दोनों बड़े ऑलराउंडर गेंद और बल्ले से बुरी तरह से फ्लॉप रहे है. दोनों के नाम इतने बड़े हैं कि नीतीश राना के लिए किसी एक को भी टीम से बाहर करना बड़ा ही मुश्किल है. केकेआर को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों मोर्चे पर काम करने की जरूरत है क्योंकि यहां से एक या दो हार के बाद आपका खेल खत्म है.
आरसीबी की टीम में मैक्सवेल और डुप्लेसिस ने सारा भार अपने कंधों पर उठा रखा है वहीं सिराज और पटेल ने गेंदबाजी में जान लगा रखी है. आरसीबी को अंतिम चार में पहुंचने के लिए अब लगातार मैच जीतने होंगे क्योंकि आरसीबी से ठीक नीचे पंजाब ने भी सात में से 4 मैच जीते है. अब आईपीएल का मंच उस जगह पहुंच चुका है जहां गलती की ज्यादा गुंजाइश ना के बराबर है. आरसीबी को एक बार फिर कोहली, डुप्लेसिस और मैक्सवेल से बड़ी पारी की उम्मीद होगी, दिनेश कार्तिक भी आरसीबी के खेमे का एक बड़ा नाम है. वहीं महिपाल भी बड़े प्रतिभाशाली बल्लेबाज है. गेंदबाजी में आरसीबी काफी बेहतर नजर आ रही है. सिराज, पटेल के साथ साथ डेविड विले, हसरंगा के रूप में आरसीबी के पास मजबूत बॉलिंग अटैक है. वहीं केकेआर को शतकवीर वेंकटेश अय्यर, जेसन रॉय, कप्तान नीतीश राना, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल , शार्दुल ठाकुर से अच्छी पारी की उम्मीद होगी साथ ही गेंदबाजों से भी अच्छे खेल की उम्मीद होगी. अगर ये उम्मीद पूरी नहीं हुई तो केकेआर की ट्राफी जीतने की उम्मीद भी कम ही समझिए.