चंडीगढ़ मेयर मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है। 30 जनवरी को हुए मेयर चुनाव में प्रशासन की ओर से नियुक्त पीठासीन अधिकारी ने आठ पार्षदों के वोट को अवैध करार दिया था। जिसके बाद भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई थी। इस घटना के बाद भाजपा के मनोज सोनकर मेयर बन गए थे। लेकिन इसी बीच एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके पीठासीन अधिरारी कथित रूप से अवैध करार दिए पार्षदों के वोटों पर निशान लगाते दिखाई दिए थे। मामले सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने इस पर चंडीगढ़ प्रशासन को फटकार लगाई थी।
आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, इसी बीच आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। ये पहले से ही भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। अब भाजपा के पास 14 की जगह 17 पार्षद हो गए हैं और एक वोट भाजपा सांसद का पार्टी के खाते में होगा।
आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के तीन पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरण काला दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए।