हरियाणा में BJP और JJP के बीच लोकसभा की सीटों को शेयरिंग लेकर गठबंधन टूट चुका है। JJP हरियाणा में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन BJP उनको ज्यादा सीट नहीं देना चाहती थी। इसी वजह से इन दोनों के बीच गठबंधन टूट चुका है। इसके बाद हरियाणा में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
जानकारी के मुताबिक इस बैठक में अर्जुन मुंडा और तरुण चौक को पर्यवेक्षक के रुप में शामिल किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक होनी है लेकिन अब देखना होगा क्या ये बैठक हो पाती है या नहीं।
सूत्रों के मुताबिक, JJP हरियाणा में BJP से लोकसभा की 1 से 2 सीट की मांग कर रही थी। लेकिन बीजेपी ने इससे इनकार कर दिया। पिछले काफी समय से दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच तनातनी की खबरें आती रही हैं।
वहीं, इस मामले पर विधायक गोपाल कांडा का बयान भी सामने आया है।
गोपाल कांडा के अलावा भी निर्दलिय विधायक नयन पाल रावत ने खट्टर सरकार का समर्थन किया है।
हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 विधायकों की जरुरत है। जिसमें से बीजेपी के पास- 41, जजपा के पास- 10, कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके साथ ही बीजेपी के पास 6 निर्दलीय और हरियाणा लोकहित पार्टी के 1 विधायक गोपाल कांडा का समर्थन है। इस समीकरण को देखकर लग रहा है कि बीजेपी की सरकार को बहुमत के लिए कोई दिक्कत नहीं होनी वाली।