राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अब तक पांच सूचियां जारी कर दी हैं। जिसमें 156 उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है। अब कांग्रेस को 44 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा और करना बाकी है। वहीं, बीजेपी की दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर कांग्रेस अभी तक कोई नाम तय नहीं कर पाई।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नामांकन भरने की तिथि आने के बाद अब सियासत में हलचल पैदा हो गई है। सूत्रों की मानें तो वसुंधरा राजे 4 नवंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन भर रही वसुंधरा राजे के समर्थकों में भारी उत्साह का माहौल है। पार्टी कार्यकर्ता ने अपनी पसंदीदा नेता के लिए काम करना शुरु कर दिया है। माना जा रहा है कि वसुधंरा राजे की नामांकन रैली में काफी संख्या में समर्थकों की भीड़ उमड़ सकती है। वसुंधरा राजे झालरापाटन विधानसभा सीट से पिछले 20 सालों से लगातार विधायक रही हैं। अभी तक उन्हें कोई पराजित नहीं कर पाया है।
झालरापाटन विधानसभा को लेकर कांग्रेस पार्टी में अभी भी असमंजस की स्थिति दिखाई दे रही है। वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस के टिकट को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं हुई है। पांच सूचियां के बाद भी कांग्रेस की ओर से वसुंधरा के सामने चेहरा घोषित नहीं होना सियासत में चर्चा का विषय बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस वसुंधरा के सामने किसी बड़े चेहरे को उतार कर टक्कर देने की कोशिश करेगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अभी कांग्रेस इस सीट पर नाम तय करने के मंथन में जुटी हुई है।
दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी और बीजेपी की कद्दावर नेता रह चुकीं वसुंधरा राजे का अपनी विधानसभा सीट पर व्यापक प्रभाव है। इसके कारण अब तक वसुंधरा 20 वर्षों से लगातार यहां से चुनाव जीतती आ रही है। यह वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह से मुकाबला हुआ था। इसमें उन्होंने 34,980 वोटो से मानवेंद्र सिंह को शिकस्त दी। इस दौरान वसुंधरा राजे ने 116484 वोट हासिल किए थे। वसुंधरा नामांकन भरने से पहले झालावाड़ शहर के वन क्षेत्र में स्थित राड़ी के बालाजी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करने की बाद निकलती है।
वसुंधरा राजे 4 नवंबर को झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन भरने जा रही है। इसको लेकर कार्यकर्ताओं में जमकर उत्साह है। वहीं अधिक से अधिक भीड़ जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच चर्चा है कि वसुंधरा के नामांकन के दौरान भाजपा केंद्रीय नेतृत्व की ओर से अमित शाह और जेपी नड्डा में से कोई बड़ा नेता हिस्सा ले सकता है। साथ ही एक बड़ी रैली का आयोजन होने को लेकर भी चर्चा हो रही है।