मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार 1600 मेगावाट की नई उत्पादन इकाई ‘अनपरा-ई’ का निर्माण करेगी। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने सोमवार को निगम की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। प्रस्ताव जल्द ही मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बताया कि इन इकाइयों के निर्माण पर लगभग 18,624 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसे मेजा ऊर्जा निगम लिमिटेड की सहायक कंपनी के रूप में एनटीपीसी और उत्पादन निगम लिमिटेड के संयुक्त उद्यम के तहत स्थापित किया जाएगा। अब तक 2,630 मेगावाट की अनपरा-ए, अनपरा-बी और अनपरा-डी इकाइयों का स्वामित्व उत्पादन निगम के पास है। अनपरा-सी 1200 मेगावाट की परियोजना है।
चेयरमैन ने उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम की समीक्षा बैठक की जिसमें उन्होंने नई तापीय परियोजनाओं ओबरा-सी (2×660 मेगावाट) और जवाहरपुर (2×660 मेगावाट) की पहली इकाइयों में चल रहे कोयला फायरिंग परीक्षणों को पूरा करने पर चर्चा की। इन इकाइयों से जल्द ही नियमित बिजली उत्पादन शुरू करने के निर्देश दिए गए।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन का प्रबंधन राज्य की बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। इस पहल के तहत यूपी पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने सोमवार को एकमुश्त समाधान (ओटीएस) योजना और राजस्व वसूली में उल्लेखनीय प्रगति नहीं दिखाने वाले एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को कड़ी चेतावनी जारी की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिसंबर तक ओटीएस और बिजली संबंधी कार्यों में ठोस सुधार दिखाई देने चाहिए वरना उचित कार्रवाई की जायेगी।