Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक चुनावी रैली में बोलते हुए कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वो अग्रिवीर योजना को खत्म कर देंगे। हाल ही में लोकसभा चुनाव के बीच सभी राजनीतिक दलों में जुबानी जंग देखने को मिल रही है। सत्ताधारी और विपक्षी दल एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर भारत के सैनिकों को मजदूर बनाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के बख्तियारपुर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि अग्निवीर योजना के जरिए केंद्र ने भारत के सैनिकों को मजदूर बना दिया है। हम अग्निवीर को रद्द करेंगे और इसे पहले की तरह ही करेंगे। भारत का हर युवा जानता है कि अग्निवीर का मतलब भारत के सैनिकों को मजदूर बनाना है।
क्या है अग्निपथ योजना ?
अग्निपथ योजना जून 2022 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अल्पकालिक रक्षा भर्ती मॉडल (Short Term Defence Recruitment Model) है। साल 2022, जून को केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना को देश में लागू किया था। इस योजना में केवल चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाती है, जिसमें 25 प्रतिशत को नियमित सेवा में बनाए रखने का प्रावधान है। इस योजना के तहत भर्ती किए गए लोगों को ‘अग्निवीर’ कहा जाता है।
PM मोदी की टिप्पणी पर राहुल का कटाक्ष
राहुल गांधी ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा “आप जानते हैं कि वह (पीएम मोदी) परमात्मा की यह कहानी क्यों लेकर आए हैं? क्योंकि चुनाव के बाद जब यह ईडी नरेंद्र मोदी से अडानी के बारे में पूछेगा, तो वह कहेंगे, मुझे नहीं पता, यह मुझसे परमात्मा ने पूछा था।”
बता दें, कांग्रेस नेता का यह बयान पीएम मोदी द्वारा एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक उनकी मां जीवित थीं, उन्हें लगता था कि शायद उनका जन्म बायोलॉजिकल था और उनके निधन के बाद जब वह कई अनुभवों से जुड़े, तो उन्हें विश्वास होता है कि भगवान ने उन्हें भेजा है।
बेरोजगारी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जी, लंबे-चौड़े भाषण देना और देश को बांटना बंद करें। पहले बिहार के लोगों को, देश के लोगों को यह बताएं कि आपने देश के युवाओं को कितनी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी ने 22-25 राजा-महाराजा बनाए हैं। उनके नाम अलग-अलग हैं। उनके नए नाम अडानी और अंबानी हैं, लेकिन वे राजा हैं और नरेंद्र मोदी उनके लिए 24 घंटे काम करते हैं।”
बिहार में इंडी गठबंधन समझौते के तहत, राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से राजद 26 सीटों पर, कांग्रेस नौ सीटों पर और वामपंथी दल पांच सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, एनडीए में भारतीय जनता पार्टी 17 सीटों पर, जनता दल यूनाइटेड 16 सीटों पर, लोक जनशक्ति पार्टी 5 सीटों पर, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा 5 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों में, एनडीए ने 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसमें बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी शामिल थे। राजद, कांग्रेस और आरएलएसपी को केवल एक सीट हासिल हुई थी।