Israel Hezbollah War: हिजबुल्लाह ने रविवार को इजराइल के शहर हाइफा के दक्षिण में मौजूद बिनयामीना सैन्य अड्डे पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इजराइली मीडिया की मानें तो इस हमले में 4 इजराइली सैनिकों की मौत हो गई और करीब 67 घायल हो गए हैं।
हमले के दौरान इसे रोकने वाले एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल रहा। यहां तक कि एयर रेड सायरन भी नहीं बजे, जो एक चिंता का विषय है। इजराइल पर हिजबुल्लाह ने जिस ड्रोन से हमला किया, वो ड्रोन रूसी ड्रोन बताया जा रहा है।
हमले में हुए हताहतों को देखें तो यह हमला इजराइल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला है। रूसी ड्रोन से किए हमले के बाद दुनिया को यह संकेत मिल गया हैं कि इजराइल-लेबनान जंग में रूस की एंट्री हो गई है। वहीं, साथ में इस हमले से इस बात का भी अंदाजा हो गया है कि अब हिजबुल्लाह के पास ईरान के हथियारों के साथ-साथ उसे रूस के हथियार भी मिल गए हैं।
यह हमला इजराइली हमलों का प्रतिशोध है
दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह के इस हमले को इजराइली हमलों का प्रतिशोध कहा गया है। हिजबुल्लाह ने जिस वक्त इस हमले को अंजाम दिया, उस वक्त इजराइली सैनिक मेस में खाना खा रहे थे।
हमले के बाद हिजबुल्लाह ने एक बयान जारी कर इसकी जिम्मेदारी ली। बयान में कहा गया कि रविवार (13 अक्टूबर) की शाम को इस्लामिक रेजिस्टेंस ने एक ऑपरेशन को अंजाम दिया। हमने हमलावर ड्रोन के एक स्क्वाड्रन (दस्ता) को लॉन्च करते हुए हाइफा के दक्षिण में बिनयामीना में गोलानी ब्रिगेड के एक ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया।
टाटा ट्रस्ट को मिला नया उत्तराधिकारी, नोएल संभालेंगे कमान
हिजबुल्लाह ने इस हमले (Israel Hezbollah War) के बाद एक बार फिर धमकी दी है और कहा है कि इजराइली सेना हाइफा में कुछ बस्तियों के घरों का इस्तेमाल अपने लिए कर रही है।