Bangladesh Violence: बांग्लादेश से एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। स्थिति इतनी खराब है कि रविवार को बांग्लादेश में भड़की हिंसा में करीब में 93 लोगों ने इस हिंसा में अपनी जान गवां दी और सैकड़ों लोग घायल हो गए। पड़ोसी देश बांग्लादेश में छात्र प्रदर्शनकारी, पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई थी।
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को वहां से भगाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करते नजर आई। तो वहीं, सरकार ने देश में भड़कती हिंसा को देखते हुए रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की है। बता दें कि बांग्लादेश सरकार ने पिछले महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पहली बार ये कदम उठाया है।
हिंसा में देशभर में गई 200 लोगों की जान
एक महीने से बांग्लादेश में छात्र सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। छात्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के इस आंदोलन में पहले भी हिंसा भड़क चुकी है और अब तक देश भर में कम से कम 200 लोगों की जान जा चुकी हैं।
Bangladesh Violence: प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख राजमार्गों को किया ब्लॉक
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रविवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ काफी हिंसक थी। ढाका के बीच स्थित शाहबाग चौराहे पर यह भीड़ जमा हुई तो पुलिस और आंदोलन कारियों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख राजमार्गों को ब्लॉक कर दिया।
Bangladesh Violence: टैक्स और बिलों का भुगतान न करने की अपील
प्रदर्शनकारियों ने जनता से टैक्स और बिल भुगतान न करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने रविवार को किसी को भी काम पर न जाने की अपील की थी। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने ढाका के शाहबाग इलाके में एक अस्पताल, बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी पर हमला किया था।
देश में लगा कर्फ्यू
देश में बढ़ते हिंसा को देखते हुए पीएम हसीना और उनकी पार्टी ने कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। हालांकि, पीएम हसीना और उनकी पार्टी प्रदर्शनकारियों के दबाव को खारिज करती दिख रही हैं। देश में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन के लिए सरकार ने विपक्षी दलों और अब प्रतिबंधित दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी और उनकी छात्र शाखाओं को दोषी बताया है। राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक के बाद हसीना ने आरोप लगाया कि “जो लोग अभी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वे छात्र नहीं हैं, बल्कि आतंकवादी हैं, जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं।” उन्होंने देशवासियों से इन आतंकवादियों को सख्ती से निपटने की अपील की है।
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भारत ने जारी की बांग्लादेश के लिए एडवाइजरी
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबर 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 के ज़रिए संपर्क में रहने की सलाह भी दी गई है।